भारतीय क्रिकेट टीम का ब्रिटेन दौरे की शुरुआत आज से आयरलैंड के खिलाफ दो टी-20 मैचों की सीरीज के साथ हो रही है। इस सीरीज में जीत हासिल कर भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे की अपनी तैयारियों को परखना चाहेगी। इस समय जबरदस्त फॉर्म में चल रही इंग्लैंड ने वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का 5-0 से सूपड़ा साफ कर दिया है। इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी लय में हैं।
भारतीय टीम ने अभ्यास सत्र के दौरान खिलाडियों को तीन समूहों में बांटा है। उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार के साथ हरफनमौला हार्दिक पांड्या ने तेज गेंदबाजों का नेतृत्व किया जबकि कुछ अन्य ने फील्डिंग का अभ्यास किया। बल्लेबाजी में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पहले अभ्यास किया। कप्तान विराट कोहली और फॉर्म में चल रहे केएल राहुल ने अगल-बगल के नेट पर स्पिन और तेज गेंदबाजों के खिलाफ एक साथ बल्लेबाजी की। राहुल टी-20 टीम के नियमित सदस्य हैं। वनडे टीम में अजिक्य रहाणे के न होने से 12 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के दावेदार होंगे। दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद पहली बार भारत की सबसे मजबूत टीम मैदान पर दिखेगी। मार्च में श्रीलंका के खिलाफ हुई टी 20 सीरीज में कोहली, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और महेन्द्र सिंह धौनी को आराम दिया गया था। अंतिम एकादश में राहुल का चयन लगभग पक्का माना जा रहा है। इससे मध्यक्रम में सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे के बीच जद्दोजहद होगी। रैना का इस्तेमाल टीम के छठे गेंदबाज के तौर पर भी कर सकती है। दक्षिण अफ्रीका में टीम ने तीसरे नंबर पर उनका इस्तेमाल किया था। टीम शानदार फार्म में चल रहे कार्तिक को भी बाहर नहीं रखना चाहेगी। ऐसे में पांडे को बाहर बैठना पड़ सकता है। कोहली के कलाई के दोनों स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को यहां की स्थिति से सामंजस्य बिठाने का मौका दे सकते हैं। तेज गेंदबाजी में बुमराह और भुवनेश्वर पर ज्यादा जिम्मेदारी होगी क्योंकि उमेश यादव ने लंबे समय के बाद टी-20 टीम में वापसी की है। सिद्धार्थ कौल ने इस प्रारूप में पदार्पण नहीं किया है। भारत ने आयरलैंड के खिलाफ ज्यादा मैच नहीं खेले हैं। अभी तक दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और एक टी-20 खेला गया है।