भारत ने ऑस्ट्रेलिया को निर्णायक मैच में सात विकेट से हरा दिया। इसी के साथ वह 3 मैचों की सीरीज में 2-1 से सीरीज पर कब्ज़ा किया। ऑस्ट्रिेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रलिया की शुरुवात उतनी अच्छी नहीं रही।
8.5 ओवर में 46 रन तक अपने दोनों ओपनर-डेविड वार्नर (3) और कप्तान एरॉन फिंच (19) के विकेट गंवा दिए। वार्नर को मोहम्मद शमी ने विकेट कीपर राहुल के हाथों कैच कराया। जबकि फिंच गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए।
स्मिथ और मार्नश लाबुशैन (54) ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को थोड़ी मजबूती दी। ऑस्ट्रेलिया ने फिर 173 के स्कोर पर ही लाबुशैन और बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजे गए।
मिशेल स्टार्क (0) के रूप में लगातार दो विकेट गिर गए। दोनों बल्लेबाजों को रवींद्र जडेजा ने आउट किया। लाबुशैन ने अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 64 गेंदों पर पांच चौके की मदद से पूरा किए। उनके आउट होने के बाद स्मिथ ने एलेक्स कैरी (35) के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 58 रन जोड़े।
कुलदीप ने 231 के स्कोर पर कैरी को आउट करके मेहमानों को पांचवां झटका दिया। स्मिथ ने दूसरे छोर पर खड़े रहते हुए अपने करियर का 9वां शतक पूरा किया। ये पिछले मैच में शतक पूरा होने से 2 रन पहले ही आउट हो गए थे। इनका भारत के खिलाफ तीसरा शतक था।
ये ऑस्ट्रेलिया का सातवां विकेट के तौर पर आउट हुए। तब ऑस्ट्रिलया का स्कोर 273 था। स्मिथ ने अपनी इस पारी में कुल 132 गेंदों का सामना किया, जिसमें 14 चौके और एक छक्का लगाया। स्मिथ को शमी ने अय्यर के हाथों कैच कराया।
शमी ने इसी ओवर में पैट कमिंस (0) को भी बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया। उनके अलावा एश्टन टर्नर ने चार, एश्टन एगर ने नाबाद 11, एडम जम्पा ने एक और हेजलवुड ने नाबाद एक रन बनाए। भारत की ओर से शमी ने सर्वाधिक चार, जडेजा ने दो और नवदीप सैनी और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट लिया।
भारतीय उपकप्तान रोहित शर्मा ने 119 और कप्तान विराट कोहली के 89 रन के साथ ही जीत का नीव रख दी थी। उसके बाद श्रेयश ने 47.3 ओवर में जीत सुनश्चित कर दिए। भारत ने ये लक्ष्य 3 विकेट खो कर हाशिल कर लिया।
ओपनिंग करने आए रोहित शर्मा और सिखर धवन के जगह केएल राहुल 19 रन पर आउट हो गए। फील्डिंग करने के समय शिखर धवन को चोट लगने के कारण वह बल्लेबाजी करने नहीं आ पाए। विराठ कोहली और रोहित शर्मा ने 137 रन की साझेदारी हुई।
कोहली इसी दौरान वनडे में सबसे तेजी से पांच हजार रन बनाने वाले कप्तान बने तो रोहित वनडे में सबसे तेजी से 9000 रन पूरे करने वाले तीसरे बल्लेबाज बने। एडम जाम्पा भी इस बार कोहली को फंसा नहीं पाए, लेकिन इस बार वह रोहित को अपने जाल में फंसाने में सफल रहे। जाम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में रोहित, स्टार्क के हाथों लपके गए।
रोहित ने 128 गेंदों की पारी में आठ चौके और छह छक्के मारे। उनका विकेट 206 के स्कोर पर गिरा। अय्यर के साथ मनीष पांडे ने नाबाद आठ रन बनाते हुए टीम को जीत दिलाई। अय्यर ने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया। उनकी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया।
तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में शानदार शतक जमाने वाले रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं विराट कोहली को सीरीज में अच्छे प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया।