कोरोना काल के बीच जहां एक ओर सयुंक्त अरब अमीरात में IPL -2020 की तैयारियां शुरू हो गई हैं, वहीं भारत और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड इसी साल दिसंबर में होने वाले बहुप्रतिक्षित टेस्ट सीरीज की तैयारियों में जुट गए हैं। इस बीच खबर है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अक्टूबर के दूसरे या तीसरे हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया जाने वाली भारतीय टीम का ऐलान कर सकता है। ख़बरें यह भी हैं कि सीरीज का पहला टेस्ट पर्थ की बजाय अब एडिलेड या ब्रिसबेन में आयोजित किया जा सकता है।
दरअसल पश्चिम ऑस्ट्रेलिया राज्य की सरकार ने क्वारेंटीन नियमों में छूट देने से साफ इंकार कर दिया है। जिसके बाद बीसीसीआई के लिए यहां खेलने के लिए हामी भरना मुश्किल है क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड पहले ही क्वारेंटीन के दिन कम करवाने को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से काफी लंबी बहस कर चुका है।
ख़बरों के अनुसार पश्चिम ऑस्ट्रेलिया राज्य की सरकार के प्रधानमंत्री मार्क मैकगोवान ने कहा, ‘‘हमें ये स्वीकार नहीं है कि टीम विदेश के उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से आकर बिना क्वारेंटीन किए सामान्य गतिविधयों में हिस्सा ले और फिर मैच खेलने के लिए अन्य राज्यों में जाए।
अब ख़बरें आ रही हैं कि एडिलेड ओवल भारत के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैचों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है, इनमें एक डे-नाइट टेस्ट भी शामिल है। वहीं अगर विक्टोरिया में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) बॉक्सिंग डे टेस्ट का आयोजन नहीं कर पाता है तो इस प्रतिष्ठित मैच की मेजबानी भी एडिलेड को सौंपी जा सकती है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की शुरुआती योजना के अनुसार इंग्लैंड के दौरे पर गई ऑस्ट्रेलियाई टीम और भारतीय टीम को पहले पर्थ में लाना था। योजना के मुताबिक क्वारेंटीन नियमों में ढील होने पर दोनों टीमों को पर्थ में अभ्यास करना था।लेकिन पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के कड़े क्वारेंटीन नियमों के चलते इस योजना पर पानी फिरने की आशंका बनी हुई है।
इस बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम पश्चिम ऑस्ट्रेलिया सरकार की क्वारेंटीन और सीमा संबंधी व्यवस्था पर कड़े नियमों को स्वीकार करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ब्रिटेन से लौटने के बाद पर्थ में आइसोलेशन में नहीं रहेगी।