आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप का सातवां संस्करण इस बार ऑस्ट्रेलिया में 21 फरवरी से शुरू हो गया है। 8 मार्च को महिला टी-20 वर्ल्ड कप का खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के महाकुंभ का पहला मैच मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सिडनी में खेला जाएगा।
टूर्नामेंट के सेमीफाइनल पांच मार्च को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जाएंगे, जबकि फाइनल आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एमसीजी पर होगा। इस महाकुंभ में दुनिया की दस टीमें भाग ले रही हैं। जिनके बीच ऑस्ट्रेलिया के छह शहरों में मैच खेले जाएंगे।
पहला महिला टी-20 विश्व कप का आगाज 2009 में हुआ था। इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट की मेजबानी की और वह विश्व चैंपियन बनी। इस तरह से महिला और पुरुष क्रिकेट के इतिहास में इंग्लैंड ने पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीती थी। हालांकि इसके बाद इंग्लैंड की महिला टीम फिर खिताब नहीं जीत सकी है।
इस बार भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उनकी टीम अगर आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में सकारात्मक सोच के साथ मैदान पर उतरती है तो वह किसी भी टीम पर दबाव बना सकती है। हरमनप्रीत ने कहा कि यह सकारात्मकता भारतीय टीम का सबसे मजबूत पक्ष है और उनकी टीम टूर्नामेंट के पहले मैच में चार बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
महिला बिग बैश लीग में सिडनी थंडर से खेलने के कारण शहर को अच्छी तरह से समझने वाली हरमनप्रीत ने कहा, हमारे अंदर रोमांच पैदा होने लगा है, क्योंकि हम पहले मैच को लेकर बेहद उत्साहित हैं और हम इसके सकारात्मक पक्षों पर गौर कर रहे हैं।’ हमारी टीम ऐसी है जो किसी भी टीम पर दबाव बना सकती है। हम सकारात्मक सोच के साथ खेलने पर ध्यान दे रहे हैं और उस तरह से खेलना चाहते हैं जैसे हम खेल सकते है क्योंकि यह हमारा सबसे मजबूत पक्ष है। ऐसे में हरमनप्रीत का मानना है कि धीमी पिच और भारतीय समर्थकों के समर्थन से उनकी टीम को फायदा मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया की युवा तेज गेंदबाज और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सीईओ जेम्स सदरलैंड की बेटी अन्नाबेल सदरलैंड पहली बार टी20 विश्व कप में भाग ले रही हैं। उन्होंने कुछ सप्ताह पहले ही टी-20 अंतरराष्ट्रीय में पर्दापण किया था। अन्नाबेल ने कहा, ‘मैं बेहद रोमांचित हूं। हम वास्तव में भारत के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच को लेकर बेहद उत्साहित हैं।’
2009 में हुए पहले विश्व कप की मेजबानी करने वाला इंग्लैंड ही पहला विश्व विजेता भी बना था। फिर 2010, 2012 और 2014 लगातार तीन बार ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं ने वर्ल्ड कप जीता। इस विजयी रथ को 2016 में वेस्टइंडीज ने रोका, जब भारतीय सरजमीं पर हुए टूर्नामेंट के फाइनल में इस टीम ने कंगारुओं को ही पटका था। मगर 2018 में एकबार फिर ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफी अपने नाम करने में सफल रही। एक भी विश्व कप न जीत पाने वाली भारतीय टीम चाहेगी कि इस बार कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में विश्व कप देश आए।
विश्व कप का पहला मुकाबला 21 फरवरी को सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलियाऔर भारतीय महिला टीम के बीच है । हाल ही में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत के बीच भी एक त्रिकोणीय सीरीज खेली गई थी, इस अनुभव का फायदा हरमप्रीत की टीम को मिलेगा।
भारतीय टीम को मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के न होने से खाली हुई जगह को भरना आसान नहीं, लेकिन भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि उनकी युवा टीम इससे आगे बढ़ गई है। हम आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप में मजबूत दावेदार होंगे। मिताली ने पिछले साल टी20 प्रारूप से संन्यास की घोषणा की थी जबकि झूलन ने 2018 सत्र के बाद इस प्रारूप में नहीं खेला है। ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की औसत उम्र 22 .8 साल है। लेकिन इन युवा खिलाड़ियों ने अपना कौशल और क्षमता दिखाई है।
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘दो साल पहले मैं टीम में सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक थी लेकिन अब सबसे अनुभवी खिलाड़ी हूं।’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी टीम के खिलाड़ी कभी यह जाहिर नहीं होने देते कि वे युवा है।
आईसीसी वनडे विश्व कप खिताब जीतने से मामूली अंतर से चूकने वाली भारतीय महिला टीम की कप्तान ने कहा कि वह टी-20 विश्व कप को जीत कर वनडे विश्व कप की कमी को पूरा करना चाहती है। भारतीय महिला टीम 2017 में एकदिवसीय विश्व कप खिताब के काफी करीब पहुंच कर फाइनल में मेजबान इंग्लैंड से नौ रन से हार गई थी।
भारतीय टीम पिछले तीन वर्षों के अनुभव का पूरा इस्तेमाल करने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम दिन-प्रतिदिन मजबूत हो रही है, हर कोई सकारात्मक है।’, ‘अगर हम जीतते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि होगी, 2017 में हमें जो प्रतिक्रिया मिली उससे मैं आश्चर्यचकित थी। मेरे अभिभावकों ने इस बारे में मुझे नहीं बताया था, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि हम पर किसी तरह के दबाव में आए।
हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। ‘अगर हम विश्व कप जीतते हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि चीजें बदलेंगी। इस टूर्नामेंट से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा।’ अगर हमें महिला आईपीएल मिलता है तो हमारे लिए यह काफी अच्छा होगा। हम विश्व कप जीतते हैं तो टीम के तौर पर यह बहुत बड़ी बात होगी, इसलिए हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे।
इस बार विश्व कप के ग्रुप-ए में भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीम हैं तो वहीं दूसरे ग्रुप में इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, थाईलैंड और वेस्टइंडीज हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप का उद्घाटन मुकाबला खेलने के बाद भारतीय टीम दूसरे मैच में बांग्लादेश से भिड़ेगी। तीसरा मैच न्यूजीलैंड से 27 फरवरी को होगा। इसके बाद 29 फरवरी को श्रीलंका की टीम भारतीय टीम से मुकाबला करेगी। पांच मार्च को सिडनी में सेमीफाइनल मुकाबले होंगे तो वहीं फाइनल रविवार 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के मौके पर होगा।
भारतीय टीम : तानिया भाटिया (विकेटकीपर), हरलीन देओल, राजेश्वरी गायकवाड़, रिचा घोष, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), वेदा कृष्णामूर्ति, स्मृति मंधाना, शिखा पांडेय, अरुंधति रेड्डी, जेमिमा राड्रिग्ज, दीप्ति शर्मा, पूजा वस्त्रकार, शेफाली वर्मा, पूनम यादव, राधा यादव।