भारत और ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम के बीच खेले गए आईसीसी टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले को देखने इस बार रिकॉर्ड तोड़ दर्शक मौजूद रहे। आठ मार्च को हुए इस मैच को देखने के लिए 86174 दर्शक मौजूद थे। जो इतिहास में महिला क्रिकेट को देखने पहुंचे दर्शकों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही यह ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के किसी भी खेल आयोजन के लिए जुटी दर्शकों की सबसे बड़ी संख्या भी थी।
आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्डकप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन खेल दिखाया और भारत को 85 रन से मात देकर पांचवीं बार टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। इससे पहले उसने 2010, 2012, 2014 और 2018 में यह खिताब जीता था।
185 रनों के विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा सिर्फ 2 रन बनाकर पारी की तीसरी ही गेंद पर आउट हो गईं। भारत को हरमनप्रीत कौर के रूप में पारी के छठे ओवर में बड़ा झटका लगा। उस समय टीम का स्कोर 30/4 था। वेदा कृष्णमूर्ति और दीप्ति शर्मा ने मिलकर पारी को संवारने की कोशिश की। दोनों ने 28 रन जोड़े। लेकिन बारहवें ओवर में वेदा के आउट होते ही यह उम्मीद भी खत्म हो गई।
ऑस्ट्रेलिया ने कसी हुई गेंदबाजी की और भारत को 85 रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया। आस्ट्रेलिया के लिए, बेथ मूनी और एलिसा पैरी ने 78 और 75 रन की शानदार अर्धशतकीय पारियां खेलकर अपनी टीम को 184/4 के स्कोर बनाया। इस तरह महिला टी-20 वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर पांचवी बार खिताब पर कब्जा किया। भारत के लिए कोई भी भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बुरी तरह से पटकनी दी।
पूरी भारतीय टीम 19.1 ओवर में 99 रन बनाकर पूरी टीम आउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल मैच 85 रन से जीत लिया। पहली बार भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी और सबको लग रहा था कि इस बार भारतीय टीम जीत सकती है। खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मेगन ने चार विकेट और जेस ने तीन विकेट लेकर भारतीय टीम की कमर तोड़ दी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सभी ने अच्छी गेंदबाजी की। फाइनल मैच में शानदार बल्लेबाजी की बदौलत अलिशा हीली को प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया और पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली बेथ मूनी को प्लयेर ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया।
इस साल 2020 में होने वाले तीनों टी-20 वर्ल्ड कपों में से दो वर्ल्ड कपों के खिताबी मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। अब भारत की नजरें साल के अंत में होने वाले पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप पर है। इससे पहले भारत की निगाहें तीनों खिताबों को जीतने पर थी, लेकिन एक के बाद एक दो टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप गवा चुका भारत की महिला टीम के लिए यह वर्ल्ड कप ऐतिहासिक साबित हो सकता था, लेकिन टी-20 क्रिकेट इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंची भारतीय टीम मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम से पार नहीं पा सकी।
इस तरह भारत को इस साल का दूसरा खिताबी झटका लगा है। इससे पहले साल के शुरुआत में अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। साल के शुरुआत में 17 जनवरी से 9 फरवरी तक साउथ अफ्रीका में खेले गए अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत के लिए भारत के पास एक बार फिर खिताब जीतकर चैंपियन बनने का मौका था, लेकिन खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश से हार जाने के कारण चैंपियन बनने से दूर रह गया।
महिला टी-20 वर्ल्ड कप और अंडर 19 वर्ल्ड कप दोनों में भारत के लिए एक जैसी स्थिति रही, दोनों टीमों ने अपने -अपने ग्रुप में सारे मैच जीतकर फाइनल तक का सफर तय किया था, और खिताबी मुकाबले में टीम बिखरी नजर आई। तब चारों ओर उम्मीद थी कि भारत ही खिताबी मुकाबला जीतेगा, लेकिन हुआ कुछ और ही।
फाइनल से पहले तह सर्वश्रेठ रही टीम फाइनल में हार गई। इस तरह भारत लगातार दो खिताब गंवा बैठा है। अब इस साल वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद पुरुषों की टी-20 वर्ल्ड कप से है। यह बड़ा टूर्नामेंट भी ऑस्ट्रेलिया में ही 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाएगा। भारतीय कप्तान विराट सेना का भी पूरा फोकस इस वर्ल्ड कप पर है, जिसके लिए बेस्ट टीम के लिए हाल के सीरीजों में लगातार नए प्रयोग करते नजर आए हैं, और इसमें उन्हें कोच रवि शास्त्री का भरपूर साथ मिल रहा है।
अब समय ही बताएगा कि विराट अपनी कप्तानी में कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीत पाते हैं या नहीं? क्रिकेट में भारत की पुरुष और महिला दोनों टीमों की बात करें तो दोनों ही खिताब के लिए तरस गए हैं। आईसीसी प्रायोजित टूर्नामेंटों में तो भारत 2014 से कोई भी खिताब नहीं जीत पाई है।