अगले महीने होने वाले टी-20 विश्वकप से पहले आईसीसी ने क्रिकेट के नियमों में बदलाव कर बड़ा एक्शन लिया है। अब नए नियमों के अनुसार ही क्रिकेट खेला जाएगा। ऐसे में खेल विशेषज्ञों का कहना है कि नए नियम हैरान करने वाले हैं जिनसे खिलाड़ियों को दिक्कत हो सकती है
फटाफट क्रिकेट यानी टी-20 विश्वकप का आयोजन अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होगा। लगभग सभी देशों ने अपनी- अपनी टीमों का एलान कर दिया है। सभी टीमें विश्वकप की तैयारियों में जुट गई हैं। वहीं टी-20 विश्वकप इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने क्रिकेट के नियमों में बदलाव कर बड़ा फैसला लिया है। ये नियम ऐसे समय में लागू किए गए हैं जब कुछ ही हफ्तों के भीतर टी-20 क्रिकेट का महाकुंभ होना है। कई दिग्गज खिलाड़ियों और खेल विशेषज्ञों का कहना है कि इन नियमों का क्रिकेट और कई खिलाडियों पर बड़ा असर पड़ सकता है। दरअसल, एक अक्टूबर से ये नियम लागू होंगे और टी-20 विश्वकप भी इन्हीं नियमों के आधार पर खेला जाएगा। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की अगुवाई वाली पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिशों की पुष्टि के बाद नियमों में बदलाव किए गए हैं। आईसीसी द्वारा समय-समय पर बड़े बदलाव क्रिकेट में किए जाते हैं लेकिन इस बार आठ नियमों में बदलाव किया गया है। कुछ नियम ऐसे हैं जो शायद कुछ क्रिकेटर्स को पसंद नहीं आएंगे। शायद इन नियमों को लेकर विवाद भी पैदा हो सकता है।
नए नियम
1. बल्लेबाज कैच आउट हो जाता है तब मैदान में नया बैट्समैन क्या करेगा? नए नियम के मुताबिक वह स्ट्राइक लेगा और बैटिंग करेगा। ऐसा उस स्थिति में भी होगा, जब उससे पहले आउट होने वाला बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकर एंड पर पहुंच गया हो। वैसे, पहले बल्लेबाज कैच लिए जाने से पहले अगर दूसरी ओर चला जाता था रन लेते हुए तब नया खिलाड़ी उसकी ‘जगह’ नॉन-स्ट्राइकर एंड पर आ जाता था।
2. कोरोना के कारण आईसीसी ने गेंद पर थूक लगाने पर बैन लगाया था। अब ये नियम आगे भी जारी रहेगा। यानी की खिलाड़ी गेंद पर थूक नहीं लगा सकते हैं। खिलाड़ी को सिर्फ पसीने से ही गेंद चमकाने की इजाजत होगी। गेंद को पॉलिश ना करने का नियम साल 2020 में शुरू किया गया था। जो कारगर साबित हुआ।
3. अक्सर आपने देखा होगा कभी-कभार बल्लेबाज पिच से बाहर आकर शॉट खेलता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बल्लेबाज को पिच के अंदर रहकर ही शॉट लगाना होगा। अगर शॉट खेलते हुए बल्लेबाज का बैट या शरीर पिच से बाहर चला जाता है तो उस पर रन नहीं माना जाएगा। इस गेंद को डेड बॉल दे दिया जाएगा। अगर कोई गेंदबाज ऐसा काम जबरदस्ती करेगा तो फिर नो बॉल दे दिया जाएगा।
4. फील्डिंग के समय कोई खिलाड़ी जानबूझकर गलत तरीके से हिलता है तो बल्लेबाज को पांच रन पेनाल्टी के रूप में दिए जाएंगे। खासतौर पर गेंदबाज के रनअप के दौरान ऐसा कोई करेगा तो अंपायर द्वारा ये फैसला लिया जा सकता है।
5. मांकडिंग क्रिकेट की दुनिया में पिछले कुछ समय में बहुत प्रसिद्ध रहा है। इस पर कई दिग्गजों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। अब इसको खत्म कर दिया गया है। अब इसे रन आउट सेक्शन में गिना जाएगा। यानी की अब मांगडिंग को सामान्य रन आउट ही माना जाएगा।
6. आपने देखा होगा जब भी कोई बल्लेबाज गेंदबाज के क्रीज तक पहुंचने से आगे बढ़ता है तो गेंदबाज थ्रो के जरिए उसे रन आउट करता है। अब ये नियम नहीं रहेगा। अब इस बॉल को ही डेडबॉल करार दे दिया जाएगा। अब गेंदबाज ये काम नहीं कर सकता है।
7. टी-20 में एक टीम को तय समयानुसार 20 ओवर फेंकने होते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर फील्डिंग टीम को एक अतिरिक्त फील्डर 30 गज के अंदर लाना होगा। अब ये ही नियम वनडे में भी लागू कर दिया गया है। ये नियम
आईसीसी मेंस क्रिकेट विश्वकप सुपर लीग 2023 के बाद से लागू होगा।
8. मैदान में आने वाले बल्लेबाज को अब टेस्ट और वनडे
मैचों में दो मिनट के भीतर स्ट्राइक लेने के लिए तैयार होना होगा, जबकि टी-20 में 90 सेकेंड की मौजूदा सीमा अपरिवर्तित रहती है। पहले आने वाले बल्लेबाज के पास वनडे और टेस्ट में स्ट्राइक लेने के लिए तीन मिनट का समय था लेकिन अब इसे कम कर दिया गया है। ऐसा करने में विफल रहने पर फील्डिंग टीम का कप्तान टाइम आउट के लिए अपील कर सकता है।
प्रमुख निर्णय
जनवरी 2022 में टी- 20 में शुरू की गई इन-मैच पेनल्टी का रूल अब 2023 में आईसीसी मेन्स क्रिकेट विश्वकप सुपर लीग के पूरा होने के बाद वनडे मैचों में भी अपनाया जाएगी। यह नियम पहले से ही लागू किया जा चुका है। यह धीमी ओवर दर बनाए रखने के कारण टीमों पर लगाया जाता है।