लंबे समय से फॉर्म को लेकर जूझ रहे हार्दिक आईपीएल- 2022 में गुजरात की कमान मिलने के बाद से नए अवतार में नजर आ रहे हैं। पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप से वे बाहर चल रहे हैं। लेकिन आईपीएल में गुजरात टाइटंस के बतौर कप्तान हार्दिक ने अपनी सूझबूझ से न केवल टीम के लिए रन बनाए, बल्कि विकेट भी झटके। तब से उनका यह बेहतरीन प्रदर्शन जारी है
भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अपनी तूफानी बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में योगदान के लिए भी जाने जाते हैं। यह भारतीय ऑलराउंडर अपनी फिनिशिंग क्षमता के लिए मशहूर है। लेकिन लंबे समय से फॉर्म को लेकर जूझ रहे हार्दिक आईपीएल-2022 में गुजरात की कमान मिलने के बाद से नए अवतार में नजर आ रहे हैं। दरअसल, पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप से वे बाहर चल रहे हैं। लेकिन आईपीएल में गुजरात टाइटंस के बतौर कप्तान हार्दिक न केवल अपनी टीम के लिए रन बनाए, बल्कि विकेट भी झटके। तब से उनका यह बेहतरीन प्रदर्शन अब एशिया कप 2022 में भी जारी है।
हार्दिक पांड्या का यह अवतार पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भी देखने को मिला। इस मुकाबले में हार्दिक ने शानदार प्रदर्शन कर भारत को जीत दिलाई। हार्दिक की गेंदबाजी में पैनापन नजर आया है। शॉर्ट पिच गेंदबाजी को उन्होंने नया हथियार बनाया है। पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक की सारी गेंदें शॉर्ट या गुड लेंथ से थोड़ी शॉर्ट थीं। उन्होंने एक बार भी फुलटॉस, यॉर्कर या फुल लेंथ गेंद नहीं डाली। उनके तीनों विकेट शॉर्ट पिच गेंद पर आए और औसतन गति 140 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। दरअसल, पांड्या अब पहले की तरह पार्ट टाइम मध्यम तेज गेंदबाज नहीं हैं। इस साल फरवरी तक हार्दिक की गेंदबाजी पर रहस्य का साया बना रहा। पिछले वर्ष टी-20 विश्व कप में हार्दिक भारतीय एकादश में बतौर बल्लेबाज ही खेले थे। उनकी गेंदबाजी अक्टूबर में होने वाले टी-20 विश्वकप के मद्देनजर भारतीय टीम के लिए बोनस बन गई है।
बल्लेबाजी में दिखी धोनी की झलक
अंतिम ओवर में छक्के से जीत दिलाने वाले हार्दिक में अपने मेंटर और विश्व के श्रेष्ठ मैच फिनिशर रहे पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की झलक दिखती है। रोबिन उथप्पा ने भी हार्दिक की तुलना धोनी से की है। चार वर्ष पहले उन्हें भारत का दूसरा कपिल देव बताया जा रहा था। हालांकि हार्दिक के खेल की अपनी शैली है। उन्होंने 19वें ओवर में हैरिस रउफ की गेंदों पर तीन चौके लगाकर दबाव को कम किया। अंतिम ओवर में दो गेंद शेष रहते जीत दिलाई। इस प्रदर्शन को देख खेल विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के मध्यक्रम को मजबूती मिली है। जो हार्दिक और जडेजा के प्रदर्शन ने दिखाया है कि शीर्ष क्रम के असफल होने पर मध्यक्रम टीम को जीत दिलाने में सक्षम है। हार्दिक ने कहा, मैं और जड्डू (जडेजा) सात-आठ वर्षों से साथ में खेल रहे हैं। भारतीय टीम को हमेशा शीर्ष तीन बल्लेबाजों के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा, हमें बहुत अच्छा लगा कि मौका मिलने पर हम अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे।
आईपीएल बना टर्निंग प्वॉइंट
इस वर्ष का आईपीएल भी हार्दिक के करियर का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ। उन्होंने आईपीएल में बल्लेबाजी, गेंदबाजी के साथ ही अपनी कप्तानी में नई टीम गुजरात टाइटंस को चैंपियन बना दिया। इंग्लैंड के खिलाफ इस साल जुलाई में टी-20 सीरीज जीताने में हार्दिक की सबसे अहम भूमिका रही। उन्होंने पहले टी-20 मैच में 33 गेंदों पर 51 रन की पारी भी खेली और चार विकेट भी लिए। इसके अलावा तीसरे वनडे में हार्दिक ने चार विकेट लेने के साथ ही नाबाद 71 रन की पारी खेली थी। वनडे में वह मैन ऑफ द सीरीज बने थे।
जिस मैदान से स्ट्रेचर पर गए उसी पर मचाया धमाल
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चार वर्ष पहले 19 सितंबर 2018 की तारीख। सामने वाली टीम भी पाकिस्तान और टूर्नामेंट था एशिया कप का एकदिवसीय प्रारूप। उस दिन हार्दिक के साथ जो हुआ, उससे लगा था कि यह उनके कॅरिअर का अंतिम मैच हो सकता है। पाकिस्तानी पारी के 18वें ओवर में हार्दिक की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया। वह पैरों पर खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया। तब तक हार्दिक ने 4.5 ओवर में 24 रन दिए थे और कोई विकेट नहीं मिला था। अब एशिया कप में ही हार्दिक ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने कॅरिअर की श्रेष्ठ पारी खेली। उन्होंने तीन विकेट लेने के साथ ही 17 गेंदों पर नाबाद 33 रन की पारी खेली और छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। हार्दिक अब तक 68 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 68 टी-20 मैच में 23.17 की औसत और 144.04 की स्ट्राइक रेट से 885 रन बनाए हैं।
मैच जीतने के बाद बीसीसीआई की ओर से पोस्ट किए वीडियो में हार्दिक चार वर्ष पहले मिले दर्द का याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, मुझे वे सभी बातें याद आ रही थीं, जब मुझे स्ट्रेचर पर ड्रेसिंग रूम ले जाया गया था। ऐसी परिस्थितियों से गुजरने और आज मौका मिलने पर आपको यह उपलब्धि जैसी लगती है। हार्दिक ने अपनी सफल वापसी का श्रेय भारतीय टीम के पूर्व फिजियो और वर्तमान में बीसीसीआई खेल विज्ञान के प्रमुख नितिन पटेल और मौजूदा अनुकूलन कोच सोहम देसाई को दिया।
विश्वकप से पहले टीम इंडिया के लिए सुखद संकेत
¹ हार्दिक और जडेजा ने ऑलराउंडर की कमी पूरी की है।
¹ बुमराह की गैर-मौजूदगी में भुवनेश्वर (4/26) की अगुवाई में मजबूत गेंदबाजी आक्रमण।
¹ शीर्षक्रम के चरमराने के बाद मध्यक्रम टीम को जीताने में सक्षम।
¹ दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत के रूप में विकेटकीपिंग में दो मजबूत विकल्प।