दिल्ली राज्य राइफल एसोसिएशन अपने नेशनल जूनियर कोच जसपाल राणा को ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ न दिए जाने से नाराज हो अदालत की शरण में जा पहुंची है। दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले द्रोणाचार्य पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया पारदर्शी न होने के चलते अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शूटर जसपाल राणा को लगातार इस पुरस्कार से वंचित किया जा रहा है। एसोसिएशन के वकील राहुल मेहरा की दलील सुनने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने खेल मंत्रालय को इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया से जुड़े सभी दस्तावेज 27 अगस्त को कोर्ट के सामने रखने का निर्देश दिया। 29, अगस्त को राष्ट्रपति भवन में खेल पुरस्कारों अलंकरण समारोह है। ऐसे में राणा के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनका उद्देश्य इस पुरस्कार समारोह को रोकना नहीं बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटर तैयार कर चुके जसपाल राणा को उनका हक दिलाना है। गौरतलब है कि भारत सरकार का खेल मंत्रालय हर वर्ष गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर स्थापित इन पुरस्कारों को ऐसे कोच को देता है जिन्होंने किसी भी खेल के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को टेªनिंग दी हो। 1985 में स्थापित इन पुरस्कारों में पांच लाख रूपये की धनराशि दी जाती है। अब दिल्ली हाईकोर्ट 27 अगस्त को इस मामले में आगे सुनवाई करेगा।
‘गुरु’ पहुंचे अदालत, लगाई पुरस्कार पाने के लिए गुहार
