इस बार एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान के पास है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसे किसी न्यूट्रल वेन्यू पर कराने को कहा था, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नहीं माना। इसके बाद हाइब्रिड मॉडल की बात पाकिस्तान ने कही जिसके तहत भारत के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर होने थे और बाकी पाकिस्तान में। इसको भी एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने अस्वीकार कर दिया था। मगर अब काफी मशक्कत के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल को बीसीसीआई सचिव जय शाह की अध्यक्षता वाली एसीसी की बैठक में हरी झंडी मिल गई है
कई महीनों की खींचातान के बाद आखिरकार एशिया कप 2023 का एलान हो गया है। जिसके बाद सभी टीमें इस खिताब को अपने नाम करने के लिए तैयारी में जुट गई हैं। लेकिन इस बार टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के तहत होगा। 4 मैच पाकिस्तान में खेले जाएंगे। जबकि फाइनल समेत बाकी मुकाबले श्रीलंका में खेले जाएंगे। यानी क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर भारत-पाक के बीच वर्ल्ड कप से पहले रोमांचक क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा। वैसे भी भारत-पाकिस्तान की टीमें जब आमने-सामने होती हैं, तो फिर क्रिकेट अलग स्तर का हो ही जाता है।
दरअसल, एशिया कप के आयोजन को लेकर उठा विवाद अब खत्म हो गया है। पाकिस्तान के पास इस बार एशिया कप की मेजबानी है, जिसमें भारत-पाकिस्तान समेत कुल छह टीमों को हिस्सा लेना है। इस टूर्नामेंट को लेकर बीसीसीआई की ओर से पहले ही साफ कर दिया गया था कि भारतीय टीम किसी भी कीमत पर एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी। ऐसे में पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल के तहत टूर्नामेंट करने का प्रस्ताव दिया था। जिसको जय शाह की अध्यक्षता वाली एसीसी की बैठक में स्वीकार कर लिया गया है । पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाला टूर्नामेंट 31 अगस्त से 17 सितंबर तक चलेगा।

उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई के पाकिस्तान जाने से मना करने के बाद पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने यह हाइब्रिड मॉडल प्रस्तावित किया था। एशिया कप 2023 भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और नेपाल सहित छह टीमों का टूर्नामेंट होगा। नेपाल ने पहली बार इस आयोजन में जगह बनाई है। टूर्नामेंट में मौजूद 6 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। हर समूह से दो टीमें सुपर फोर चरण में आगे बढ़ेंगी। इसके बाद शीर्ष दो टीमें फाइनल में भिड़ेंगी। भारत और पाकिस्तान के एक ही समूह में होने की उम्मीद है ताकि 13 मैचों की चैंपियनशिप में संभावित तीन बहुप्रतीक्षित भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले हो सके। पाकिस्तान की टीम अपने मुकाबले लाहौर में खेलेगी। भारत और पाकिस्तान के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और अफगानिस्तान चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
हाइब्रिड मॉडल के मुताबिक पाकिस्तान में 4 मुकाबले खेले जाएंगे और 9 मुकाबले श्रीलंका में होने हैं। साल 2022 में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित टी-20 एशिया कप में पाकिस्तान को हराने के बाद श्रीलंका गत एशियाई चैंपियन है। इस साल श्रीलंका ग्रुप-बी में बंगलादेश और अफगानिस्तान के साथ है, जबकि भारत को लीग चरण में पाकिस्तान और नेपाल के ग्रुप में रखा गया है। हर ग्रुप से दो टीमें सुपर-चार चरण में प्रवेश करेंगी। दूसरे चरण में शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें फाइनल में एक-दूसरे का सामना करेंगी।

एशिया कप में पाक के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड
एशिया कप की शुरुआत के बाद से अब तक भारत और पाकिस्तान का 13 बार आमना-सामना हो चुका है। इन मुकाबलों में जीत की बात करें तो भारत का पलड़ा पाकिस्तान पर भारी रहा है। भारत ने अब तक एशिया कप में पाकिस्तान को 8 बार हराया है। वहीं पाकिस्तान की टीम भारत को पांच बार हराने में कामयाब रही है। दोनों के बीच एक मुकाबला बारिश के कारण ड्रॉ रहा है। इस बार भारत और पाकिस्तान की टीम 28 अगस्त को आमने- सामने होंगी। एक ओर भारतीय टीम अपने टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में मिली करारी हार का बदला लेना चाहेगी तो वहीं पाकिस्तान की टीम भारत को हराकर एशिया कप में अपने आंकड़े ठीक करना चाहेगी।
एशिया कप में भारत का दबदबा
एशिया कप के इतिहास में अब तक इसके 14 संस्करण हो चुके हैं। इस बार एशिया कप का 15वां सीजन खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारत का दबदबा रहा है। भारत ने इस टूर्नामेंट को सात बार अपने नाम किया है। वहीं श्रीलंका ने पांच बार और पाकिस्तान ने 2 बार इसे जीता है।
सबसे ज्यादा एशिया कप किस देश ने जीते
एशिया कप के इतिहास में भारत सबसे सफल टीम रही है। वर्ष 1984 में पहली बार इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। पहली बार भारत ने ही इस कप को अपने नाम किया था। पाकिस्तान की टीम टीम वर्ष 2000 में पहली बार एशिया का सरताज बनने में सफल हो सकी। अब तक भारतीय टीम ने 7 बार एशिया कप को अपने नाम किया है। वहीं, श्रीलंका की टीम 6 बार इस खिताब को जीत चुकी है। जबकि पाकिस्तान की टीम 2 ही बार एशिया कप जीतने में सफल हो सकी। वहीं, बांग्लादेश ने अभी तक इस खिताब को नहीं जीता है।
इन टीमों का पलड़ा भारी
एशिया कप इस बार 50-50 के फॉर्मेट में खेला जाएगा। ऐसे में भारतीय टीम का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। हालांकि विश्वकप को देखते हुए सभी टीमें इस खिताब की तैयारी में जुटी हैं। वहीं पाकिस्तान टीम भी कप जीतने की रेस में बनी हुई है। ऐसे में इस बार टूर्नामेंट में काफी सारा रोमांच देखे जाने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
क्या था पूरा विवाद
आईसीसी के कैलेंडर में 2023 में होने वाले एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को दी गई है। बीसीसीआई ने कैलेंडर जारी होते ही यह साफ कर दिया था कि भारतीय टीम खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी। बीसीसीआई ने एशिया कप किसी न्यूट्रल वेन्यू पर कराने को कहा था, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नहीं माना, क्योंकि अपनी बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति संवारने के लिए उसे एशिया कप से ही उम्मीद है। पूरा मामला यह था कि टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के दौरान पाकिस्तान का दौरा करने से बीसीसीआई सचिव जय शाह ने मना कर दिया था। इसके बाद यह विवाद बढ़ता गया। तत्कालीन पीसीबी चीफ रमीज राजा ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारत नहीं आने की भी धमकी दे डाली थी। फिर कुछ दिनों बाद पाकिस्तान क्रिकेट में सत्ता बदली और नजम सेठी आए। उन्होंने भी इस टूर्नामेंट को न्यूट्रल वेन्यू पर नहीं करवाने की जिद्द पकड़े रखी। इसके बाद हाइब्रिड मॉडल की बात पाकिस्तान ने कही जिसके तहत भारत के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर होने थे और बाकी टूर्नामेंट पाकिस्तान में। इसको भी एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने अस्वीकार कर दिया था। लेकिन अब काफी मशक्कत के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल को बीसीसीआई सचिव जय शाह की अध्यक्षता वाली एसीसी की बैठक में स्वीकार कर लिया गया है।
भारत-पाक में बंद है द्विपक्षीय सीरीज
भारत और पाकिस्तान के बीच लगभग एक दशक से भी अधिक समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जा रही है। सीमा पार से आतंकी हमले और राजनीतिक मतभेद के कारण दोनों टीमें अब सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स और एशिया कप जैसे
प्रतियोगिता में ही एक-दूसरे से टकराती हैं। ऐसे में एक बार फिर टीम इंडिया पाकिस्तान में जाकर क्रिकेट नहीं खेलेगी। इससे पहले आखिरी बार 2012-13 में पाकिस्तान टीम ने ही भारत का दौरा किया था। तब दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और दो टी-20 मुकाबलों की सीरीज खेली गई थी। तब वनडे सीरीज में पाकिस्तान टीम 2-1 से विजयी हुई थी, जबकि टी-20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। उसके बाद से दोनों टीमें आईसीसी टूर्नामेंट में ही एक-दूसरे के साथ मैच खेलती दिख रही हैं।