भारत में क्रिकेट को खेल नहीं धर्म माना जाता है। यहां खिलाड़ियों को उनके प्रशंसक भगवान का दर्जा दे चुके हैं। क्रिकेट और टीम इंडिया के प्रति दीवानगी इस कदर की विपरीत परिस्थिति में कई बार मौत तक की खबरें आ जाती हैं। बिहार के किशनगंज में भी कुछ ऐसा ही हुआ है। एक प्रशंसक की टीम इंडिया और क्रिकेट के प्रति दीवानगी इस कदर थी कि वह वर्ल्ड कप के सेमीफाइलन में भारत की हार बार्दाश्त नहीं कर सका।
हार की खबर सुनते ही किशनगंज के अशोक पासवान की हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। मृतक की उम्र लगभग 49 वर्ष बतायी जा रही है मौत के बाद पूरे परिवार में मातम छा गया है। मृतक किशनगंज के डुमरिया भट्ठा मोहल्ले का है। और सदर अस्पताल में ड्रेसर के पद पर कार्यरत था। प्रतिदिन की भांति अस्पताल से छुट्टी के बाद अशोक घर लौटा और टीवी पर सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड का मुकाबला देखने लगा। मैच में भारत की स्थिति काफी कमजोर थी। लेकिन रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी ने परिस्थिति को संभाला। यह देख अशोक भी काफी रोमांचित हो उठा। लेकिन दोनों का विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम लड़खड़ा गई और वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार कर ट्रॉफी के रेस से बाहर हो गई। जिसका अशोक को ऐसा सदमा लगा कि उसकी हृदय गति ही रुक गई आनन-फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, ड्रेसर अशोक ड्यूटी के दौरान कर्तव्य से कभी पीछे नहीं हटता था। सभी कर्मियों के साथ मधुर संबंध थे। और अशोक क्रिकेट के प्रति काफी लगाव रखता था।