कोलंबिया ने बड़े अंतर से पोलैंड को हराकर जहां एक और विपक्षी टीम को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, वहीं खुद नॉकआउट के एक कदम और करीब पहुंच गई है। ग्रुप एच में कोलंबिया की यह दो मैचों में पहली जीत हैं और तीन अंकों के साथ वह अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर है, जापान और सेनेगल 44 अंक के साथ शीर्ष दो पर हैं। इस जीत के साथ कोलंबिया की उम्मीद भी बढ़ गई है।
रूस में खेले जा रहे फीफा विश्वकप में पौलेंड और कोलंबिया के बीच खेला गया मुकाबला। दूसरे हाफ के 70वें और 75वें मिनट में रडमेल फलकाओ व जुआन क्वडारडो के गोल की बदौलत कोलंबिया ने पौलेंड पर 3-0 से जीत दर्ज की। इससे पहले टीम कोलंबिया की ओर से मैच के पहले हाफ में येरी मिना ने 40वें मिनट में गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। येरी मिना ने लंबाई का फायदा उठाते हुए पौलेंड के खिलाड़ी को छकाते हुए गोल दागा। इस जीत के साथ ही कोलंबिया के ग्रुप में चार अंक हो गए हैं और तीसरे स्थान पर काबिज हो गई है। पौलेंड की टीम ने मैच के दौरान कई बार गोल के मौके बनाए, लेकिन बॉल को गोल में तब्दील नहीं कर पाए। जिसका खामियाजा उन्हें हार के रूप में उठाना पड़ा। इस हार के साथ ही पौलेंड की अंतिम 16 में पहुंचने की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी हैं। कोलंबिया और पौलेंड दोनों टीमों को अपने उद्घाटन मैच में जापान और सेनेगल से हार का सामना करना पड़ा था। दोनों टीमों पर जीत का दबाव था और कोलंबिया ने धमाकेदार जीत दर्ज कर अंतिम 16 की उम्मीदों को कायम रखा है। वहीं पौलेंड की हार के साथ ही विश्वकप में आगे का सफर थम गया है। पौलेंड का अगला मुकाबला जापान के साथ होगा, जो इस ग्रुप में शीर्ष पर बनी हुई है। वहीं कोलंबिया का मुकाबला सेनेगल से होगा।
पहली बार इंग्लैंड ने किया 5-0 से व्हाइटवॉश
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज के अंतिम मैच में इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर की शतकीय पारी के दम पर इंग्लैंड ने आखिरी वनडे में ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज 5-0 से अपने नाम कर ली है ।अब तक के 140 वर्षों के क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज में 5-0 से हराया। पांचवें वनडे में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 34.4 ओवरों में महज 205 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा56 रन बनाए। वहीं इंग्लैंड की ओर से मोईन अली ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार विकेट झटके।
जबाब में 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम भी एक समय 114 रनों पर आठ विकेट खो चुकी थी। लेकिन बटलर के नाबाद 110 रनों के साहसिक शतक के दम पर इंग्लैंड ने 48.3 ओवर में नौ विकेट खोकर जीत दर्ज की । बटलर ने आदिल रशीद के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 81 रन जोड़े और फिर जेक बॉल नाबाद के साथ मिलकर अपनी टीम को जीत के पार पहुंचाया। बटलर को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।