भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में बहुत ही जल्दी बड़ा बदलाव होने वाला है। दरअसल, 2 मार्च को बीसीसीआई की बैठक होनी है, जिसमें बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली के भाग्य का फैसला होना है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली और सचिव जय शाह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। ऐसे में बीसीसीआई में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
दो मार्च को होगी बीसीसीआई की बैठक
कोरोना महामारी की वजह से बोर्ड की बैठक पिछले साल नहीं हो पाई थी। बीसीसीआई की इस बैठक में चीफ सौरव गांगुली के पद पर बने रहने और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर चर्चा हो सकती है। सौरव गांगुली के चीफ रहते हुए बीसीसीआई में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। उनकी कप्तानी में खेलने वाले ज्यादातर प्लेयर्स को अहम पद दिए गए हैं। रवि शास्त्री को हटाकर राहुल द्रविड़ को कोच बनाया। वीवीएस लक्ष्मण को नेशनल क्रिकेट एकेडमी का प्रमुख बनाया गया है। गांगुली का विराट कोहली के कप्तानी से हटने के बाद उनसे विवाद भी हुआ था। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक के बाद फैंस को काफी सारे बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सौरव की जगह लेने के हैं दो दावेदार सौरव गांगुली अपने समय के धाकड़ बल्लेबाज और करिश्माई कप्तान रहे हैं। उनकी कप्तानी में ही भारत ने विदेशों में जाकर जीतना सीखा। रिटायरमेंट के बाद वह बंगाल क्रिकेट एशोसिएशन के अध्यक्ष बने उसके बाद वह बीसीसीआई के चीफ बने हैं। उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है। 2 मार्च को होने वाली बैठक में ये फैसला हो जाएगा कि बीसीसीआई का अगला बॉस कौन होगा। सौरव गांगुली की कुर्सी लेने के लिए मैदान में कई दावेदार मौजूद हैं। इस रेस में बीसीसीआई के सचिव और गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह उनकी जगह ले सकते हैं। वहीं बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला का नाम भी रेस में शामिल है। राजीव शुक्ला आईपीएल के चैयरमेन भी रह चुके हैं। ऐसा भी हो सकता है कि सौरव गांगुली को एक्सटेंशन मिल जाए।
बैठक में हो सकते हैं कई अहम फैसले
दो मार्च को होने वाली बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की रूपरेखा और प्लेयर्स की सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट पर भी चर्चा हो सकती है। जिन खिलाड़ियों ने खराब फॉर्म का नजारा पेश किया है, उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। वहीं चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का ग्रेड भी कम किया जा सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि बीसीसीआई के चीफ सौरव
गांगुली ही रहते हैं या उनकी जगह कोई नया चेहरा आता है।
शानदार कप्तान रहे हैं सौरव गांगुली
मोहम्मद अजहरुद्दीन के बाद सौरव गांगुली ने भारतीय टीम की कप्तानी संभाली थी। उसके बाद वे टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों पर ले गए। उनकी कप्तानी में ही टीम इंडिया ने विदेशों में जीतना सीखा। वहीं उनकी कप्तानी में ही भारत को 2003 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने भारत के लिए 113 टेस्ट मैचों में 7 हजार 212 रन और 311 वनडे मैचों में 11 हजार 363 रन बनाए हैं। उन्होंने भारतीय टीम को अपने दम कई मैच जिताए थे।