स्मृति-शेष
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए बीते कुछ महीने बेहद दुखद रहे हैं। मार्च 2022 से ऑस्ट्रेलिया ने एक-दो नहीं बल्कि तीन दिग्गज क्रिकेटरों को खोया है। दरअसल, 4 मार्च को सबसे पहले राड मार्श के निधन की खबर सामने आई थी। 74 साल के इस दिग्गज क्रिकेटर को दिल का दौरा पड़ा था और वह अपनी मृत्यु तक रायल एडिलेड अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद जादुई लेग स्पिनर शेन वॉर्न के निधन की खबर सामने आई। थाईलैंड में हार्ट अटैक पड़ने से इस महान क्रिकेटर का निधन हुआ था। इन दो बड़े झटकों से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट अभी उभर ही रहा था कि दिग्गज ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स की कार दुर्घटना में मौत हो गई।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर राड मार्श
राड मार्श : राड मार्श का निधन 22 मार्च 2022 को हुआ, एक हफ्ते पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और वह कोमा में थे। इस महान खिलाड़ी ने अपने देश के लिए 96 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेले, जिसमें तीन शतक बनाए। वहीं विकेट के पीछे 355 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। बाद में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमियों का नेतृत्व किया। मार्श दुबई में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् की विश्व कोचिंग अकादमी के प्रमुख थे। 2014 में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया और दो साल तक इस पद पर रहे।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉर्न
शेन वॉर्न : वॉर्न ने अपनी आखिरी सांस 22 मार्च 2022 को ही ली थी। वॉर्न अपने थाईलैंड के विला में छुट्टियां मनाने गए थे, मगर वह वहां अचेत पाए गए। बाद में पुष्टि हुई की उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ऑल टाइम महान खिलाड़ियों में शुमार 52 वर्षीय शेन वॉर्न ने वर्ष 1992 से ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट लिए। वह टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे। वनडे में उनके नाम 194 मैचों में 293 विकेट चटकाने का रिकॉर्ड है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उनके खाते में 1 हजार 319 विकेट थे। आईपीएल के पहले सीजन में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था। इसके अलावा वॉर्न मैदान के अंदर जहां अपनी जादुई लेग स्पिन के चलते चर्चा में रहते थे, वहीं मैदान के बाहर वह विवादों के चलते सुर्खियां बटोरते थे। मैदान पर उनके करियर के ग्राफ के साथ मैदान के बाहर विवादों का भी ग्राफ तेजी से बढ़ता रहा।
वर्ष 2003 में जब वॉर्न को वर्ल्ड कप टीम के लिए चुना गया था लेकिन जब टीम साउथ अफ्रीका पहुंची और खिलाड़ियों के डोप टेस्ट हुए तो शेन वॉर्न फेल हो गए। इसके बाद विवाद खड़ा हो गया और चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया को पूरा टूर्नामेंट इस महान स्पिनर के बिना ही खेलना पड़ा। वॉर्न पर डोप टेस्ट में फेल होने के बाद एक साल का बैन भी लगाया गया था। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने अपनी मां के कहने पर कुछ दवाइयां ली थी। बैन के बाद इस दिग्गज स्पिनर ने फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी।
सट्टेबाजों के साथ शेयर की थी पिच की जानकारी
शेन वॉर्न के साथ इस विवाद में मार्क वॉ भी शामिल थे। इन दोनों खिलाड़ियों पर आरोप लगे थे कि उन्होंने बुकी को पिच और मौसम के बारे में जानकारी दी है। इसका खुलासा बाद में दोनों खिलाड़ियों ने खुद करते हुए इस बात को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था कि साल 1994 में सिंगर कप के दौरान उन्होंने यह जानकारी बुकी को दी थी।
वॉर्न के अफेयर और तलाक
वॉर्न की शादी 1995 में सिमोन कैलाहन से हुई थी, उनका यह रिश्ता 2005 तक चला। कैलहन के साथ उनके तीन बच्चे हैं। मगर 2007 में वह फिर एक साथ हो गए। लेकिन कैलाहन फिर वापस इंग्लैंड लौट गई जब उन्हें वॉर्न के अफेयर के बारे में पता चला। वॉर्न ने अभिनेत्री लिज हर्ले को भी डेट किया, जिन्होंने क्रिकेट में किसी अन्य महिला के साथ संबंध होने के बाद उन्हें छोड़ दिया था।
उप-कप्तानी के पद से हटाए गए थे वॉर्न
एक ब्रिटिश महिला को लगातार संदेश भेजने की खबरें सामने आने के बाद वॉर्न को वर्ष 2000 में ऑस्ट्रेलिया की उप- कप्तानी से हटा दिया गया था। उन्होंने उस समय विवाहित होने के बावजूद अन्य महिला के साथ ‘गंदी बात’ करने की बात स्वीकार की थी।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स
एंड्रयू साइमंड्स: पिछले हफ्ते 14 मई 2022 को इस ऑस्ट्रेलियाई पूर्व खिलाड़ी ने सड़क दुर्घटना में दम तोड़ा। वह महज 46 साल के थे। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार साइमंड्स की कार सड़क से उतर गई थी जिस वजह से यह हादसा हुआ। उस दौरान वह अकेले ही कार में सवार थे। साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट, 198 वनडे और 14 टी-20 मुकाबले खेले थे। इस दौरान उनके बल्ले से टेस्ट में 1 हजार 462, वनडे में 5 हजार 88 और टी-20 में 337 रन निकले। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने तीनों फॉर्मेट में कुल 165 विकेट चटकाए थे। साइमंड्स फील्ड पर अपने आक्रामक अंदाज और शानदार फील्डिंग के लिए भी जाने जाते थे। इसके अलावा उन्होंने इंडियन प्रीमीयर लीग (आईपीएल) में भी योगदान दिया। आईपीएल में साइमंड्स सबसे पहले डेक्कन चार्जर की टीम में थे। साल 2008 से साल 2010 तक इसी टीम में रहे। इसके बाद साल 2011 में वह मुंबई इंडियंस में जुड़े थे।
आईपीएल में उनके नाम ऐसा रिकॉर्ड है, जो बहुत कम लोग जानते हैं। साइमंड्स ने चार सीजन में कुल 39 आईपीएल मैच खेले। इसमें उन्होंने 974 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 36 .07 और स्ट्राइक रेट 129 .87 रहा। उन्होंने आईपीएल में राजस्थान के खिलाफ शतक भी बनाया था। आईपीएल में उनके नाम एक खास रिकॉर्ड भी रहा जो सबसे पहले आईपीएल यानी साल 2008 में डेक्कन चार्जर्स ने उन्हें 5 .4 करोड़ रुपए में खरीदा था। सबसे बड़ी बात इस सीजन में महेंद्र सिंह धोनी सबसे महंगे खिलाड़ी धोनी थे, जिन्हें सीएसके ने 6 करोड़ रुपए में खरीदा था। इसके बाद दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स थे। उन्हें डेक्कन चार्जर्स ने दूसरी सबसे बड़ी रकम दी थी। विदेशी खिलाड़ियों में वह सबसे महंगे थे। उससे भी बड़ी बात यह थी कि दूसरे सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी उनके देश के एडम गिलक्रिस्ट थे लेकिन उन्हें हैदराबाद ने 2 .80 करोड़ में खरीदा था यानी विदेशी खिलाड़ियो में सबसे महंगे और दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी में काफी अंतर था। दावा तो यहां तक किया जाता है इस वजह से साइमंड्स और गिलक्रिस्ट के संबंधों में खटास आ गई थी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों में खेलने वाले एंड्रयू साइमंड्स का क्रिकेट करियर विवादों के चलते समाप्त हुआ। दरअसल हरभजन सिंह के साथ 2008 में हुए मंकी गेट कांड के बाद यह खिलाड़ी पूरी तरह से टूट गया था। इस विवाद के बाद साइमंड्स शराब के नशे में चूर हो गए जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने उनका अनुबंध भी समाप्त कर दिया। कई दिग्गज क्रिकेटर मंकी गेट कांड को साइमंड्स के करियर के खत्म होने का कारण बताते हैं।
क्या है मंकी गेट कांड
वर्ष 2007-08 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तो यह विवाद हुआ था। सीरीज का दूसरा टेस्ट सिडनी में खेला गया था और यह मैच मेजबान टीम ने जीता था। मैच के दौरान हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच झड़प हुई थी जिसके बाद रिकी पोंटिंग ने मैच ऑफिशल्स से हरभजन सिंह की साइमंड्स पर नस्लीय टिप्पणी की शिकायत की थी। पोटिंग ने कहा था कि हरभजन सिंह ने एंड्रयू साइमंड्स को बंदर (मंकी) कहकर बुलाया था। इस घटना की सुनवाई के बाद हरभजन सिंह पर कुछ मैचों का बैन लगा था, मगर तब टीम इंडिया अपने ऑफ स्पिनर के साथ खड़ी थी। भारत ने उस दौरान दौरा रद्द करने की धमकी भी दी थी। अंत में हरभजन सिंह से बैन हटाया गया और उन पर मैच फीस का जुर्माना लगाया गया।
शराब की लत में पड़ गए थे साइमंड्स
इस हरफनमौला खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना आखिरी मैच 2009 में खेला था। उसी साल साइमंड्स पर शराब पीने और अन्य मुद्दों पर नियमों का उल्लंघन करने के लिए टी-20 वर्ल्ड कप के बीच से स्वदेश भेज दिया गया था। इस घटना के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनका अनुबंध समाप्त कर दिया था और यह खिलाड़ी फिर कभी ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं खेल पाया।