टी-20 विश्व कप 2021 का चैंपियन मिल चुका है। दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से पटखनी दे पहली बार टी – 20 वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया। इस महामुकाबले में कंगारू टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल मार्श और डेविड वॉर्नर ने विस्फोटक बल्लेबाजी की और टीम को पहली बार टी-20 चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई । दूसरी ओर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने 85 रनों की बेहतरीन पारी खेली, लेकिन गेंदबाजों का साथ ना मिलने की वजह से उनका सपना साकार नहीं हो सका।
खिताबी मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने 172 रन बनाए। जीत के लिए 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान आरोन फिंच का विकेट जल्दी गंवाने के चलते टीम पर दबाव बढ़ रहा था। मिचेल मार्श ने क्रीज पर कदम रखते ही पहली तीन गेंदों में इस दबाव को खत्म कर दिया। मार्श ने एडम मिल्ने के खिलाफ सिक्स लगाकर अपनी पारी की शुरुआत की और अगली दो गेंदों पर दो चौके जड़े। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ने इस लय को पूरे मैच में कायम रखा और डेविड वॉर्नर और बाकी बल्लेबाजों पर किसी भी तरह का दबाव नहीं आने दिया। मार्श 50 गेंदों में 77 रन बनाकर नाबाद रहे। इस दौरान उन्होंने 154 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की और 6 चौके और चार छक्के लगाए।
वर्ल्ड कप से पहले फॉर्म को लेकर उठ रहे तमाम सवालों के जवाब डेविड वॉर्नर ने बड़े मैचों में अपने बल्ले से दिए। सेमीफाइनल में 49 रनों की पारी खेलने के बाद दुबई में भी उनका बल्ला जमकर बोला। वॉर्नर ने महज 38 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। मार्श के लिए दूसरे विकेट के लिए वॉर्नर द्वारा की गई 91 रनों की पार्टनरशिप ने न्यूजीलैंड को मैच से बाहर फेंकने का काम किया।
सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 49 रन लुटाने वाले ऑस्टेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने फाइनल मैच में ऐसा कारनामा किया कि हर कोई उनका मुरीद हो गया। उन्होंने चार ओवर में महज 16 रनदेकर तीन बड़े विकेट अपने नाम किए। हेजलवुड द्वारा फेंका गया न्यूजीलैंड की पारी का 18वां ओवर काफी निर्णायक साबित हुआ । इसी ओवर में हेजलवुड ने ग्लेन फिलिप्स और फिर कप्तान केन विलियमसन को तीन गेंदों के अंदर पवेलियन भेजकर कीवी टीम के बड़े स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

ऐसे बल्लेबाज जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया
इस वर्ल्ड कप में कई ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। वहीं कई ऐसे गेंदबाज भी रहे जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया ।
बल्लेबाजी में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम रहे। बाबर ने 6 मैचों में 303 रन बनाए। साथ ही 6 मैचों में उनके नाम 4 अर्धशतक भी शामिल हैं । इस दौरान उनका औसत 60.60 का था। बाबर ने ये रन 126. 25 के स्ट्राइक रेट से बनाए। पूरे टूर्नामेंट में पाक के कप्तान के बल्ले से 28 चौके और 5 छक्के निकले।
दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर रहे। इस विस्फोटक बल्लेबाज ने 7 मैचों में 48.16 की शानदार औसत से 289 रन बनाए।उनका स्ट्राइक रेट 146.70 का रहा । पूरे टूर्नामेंट में इनके बल्ले से 32 चौके और 10 छक्के निकले। वार्नर ने 7 मैचों में 3 अर्धशतक अपने नाम किए। उनको प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंटसे नवाजा गया।
तीसरे नंबर पर पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान रहे। उन्होंने 6 मैचों में 281 रन बनाए । इस दौरान रिजवान का औसत 70.25 रहा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले 2 दिन ICU में रहे इस जांबाज खिलाड़ी का स्ट्राइक रेट 127.72 का रहा। पूरे टूर्नामेंट में पाक के इस धाकड़ बल्लेबाज ने 23 चौके और 12 छक्के जड़े। रिजवान ने इस वर्ल्ड कप 6 मैचों 3 अर्धशतक लगाए।
चौथे स्थान पर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जोस बटलर रहे। उन्होंने 6 मैचों में 269 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 89.66 का था। बटलर ने ये रन 151.12 के शानदार स्ट्राइक रेट से बनाए। बटलर ने पूरे टूर्नामेंट में 13 छक्के और 22 चौके लगाए। टॉप-5 बल्लेबाज में बटलर एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके बल्ले से शतक निकला। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 101 रन की धमाकेदार पारी खेली थी। वहीं पांचवे स्थान पर श्रीलंका के चरिथ असलंका रहे, जिनके बल्ले से 6 मैचों में 231 रन देखने को मिले। इस दौरान उनका औसत 46.20 और स्ट्राइक रेट 147.13 का था। असलंका के बल्ले से पूरे टूर्नामेंट में 9 छक्के और 23 चौके निकले।

ऐसे गेंदबाज जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया
गेंदबाजी में टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट श्रीलंका के वानिंदु हसंरगा ने झटके। उनके नाम 16 विकेट रहे। उनके इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद उनकी टीम सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई। दूसरे नंबर पर वर्ल्ड कप की चैंपियन बनी ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जम्पा रहे। उन्होंने 7 मैचों में 13 विकेट अपने नाम किए।
तीसरे नंबर पर रनर-अप टीम न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट थे। उनके खाते में 13 विकेट आए। चौथे स्थान पर बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने जगह बनाई। उन्होंने 6 मैचों में 11 खिलाड़ियों को आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। वहीं जोश हेजलवुड की झोली में भी 11 विकेट आए।