इस बार कोरोना महामारी के बीच आयोजित कुश्ती विश्व कप में भी दुनियाभर के पहलवानों ने जोर आजमाइश की। कोरोना महामारी को देखते हुए इस टूर्नामेंट को लेकर तमाम दिशा निर्देश भी जारी किए गए थे। बेलग्रेड में आयोजित कुश्ती विश्वकप में भारतीय पहलवान अंशु मलिक ने रजत पदक अपने नाम किया है ।
मौजूदा कुश्ती वर्ल्डकप में जीतने वाली वो पहली भारतीय भी हैं। 57 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में मैसिडोनिया की अनातासिया निकिता ने उन्हें मात दी। 18 वर्षीय अंशु जूनियर व सब जूनियर वर्ग में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। सर्बिया के बेलग्रेड में 12 से 18 दिसंबर तक कुश्ती विश्व कप में ग्रीको रोमन के मुकाबले खेले जाने हैं । अंशु मलिक का पहला मुकाबला क्वालीफाइंग राउंड में अजरबेजान की पहलवान एलोना कोलेनिस के साथ हुआ था।
अंशु ने एलोना को 4-2 के अंतर से हराया था। क्वार्टर फाइनल में अंशु मलिक ने जर्मनी की पहलवान लौरा मर्टेंट को तीन-एक से पराजित किया। रूसी पहलवान वेरोनिका चुमिकोवा को 7-4 से हराकर अंशु ने फाइनल में जगह बनाई। मलिक ने कोरोना की आपदा को अवसर बनाते हुए पूरा फायदा उठाया। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने गांव के स्कूल में ही जमकर मेहनत की थी। अंशु ने रोम में हुई वर्ल्ड रैंकिंग सीरीज रेसलिंग चैंपियनशिप और एशिया चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। इसके अलावा जूनियर एशिया चैंपियनशिप में अंशु मलिक स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।