टेस्ट क्रिकेट से कप्तान रोहित शर्मा के संन्यास बाद एक ओर जहां सवाल उठ रहे हैं कि अब टीम की कमान किसे मिलेगी? वहीं दूसरी तरफ किंग कोहली का टेस्ट को अलविदा कहने से सबसे बड़ा सवाल यह कि इनकी भरपाई कौन करेगा?
भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास के बाद इस प्रारूप में टीम इंडिया के नए कप्तान को लेकर माथापच्ची जारी है। भारत को अगले महीने से इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय टीम की आधिकारिक घोषणा 24 मई तक होने की उम्मीद है। खास बात यह कि विराट कोहली ने भी आगामी इंग्लैंड सीरीज से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषण कर दी है। ऐसे में टेस्ट टीम का अगला कप्तान कौन होगा जैसे सवाल मीडिया और सोशल मीडिया में तैर रहे हैं।
इस दौड़ में जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल के रूप में दो खिलाड़ी थे लेकिन खेल जगत की खबरों के मुताबिक बुमराह ने कथित तौर पर अगले टेस्ट कप्तान बनने की दौड़ से खुद को बाहर कर लिया है। अब यह रेस गिल और ऋषभ पंत के अलावा अन्य के बीच है। चर्चा है कि चयनकर्ता किसी ऐसे खिलाड़ी को प्राथमिकता देंगे जो पूरी सीरीज में लगातार खेल सके। खेल समीक्षकों और पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का कहना है कि इस दौड़ में कई खिलाड़ी हैं। लेकिन भारत की मौजूदा टीम में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और केएल राहुल ही ऐसे हैं जिनकी प्लेइंग-11 में जगह खतरे में नहीं दिखती। जहां तक सबसे मजबूत कप्तान की बात है तो राहुल पर दांव खेला जा सकता है।
राहुल : पिछली सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट से ही केएल राहुल ने बेहतरीन ओपनिंग और बैटिंग की। उन्होंने सीरीज में 30.66 की औसत से 276 रन बनाए। वह टाॅप-5 स्कोरर में शामिल रहे। राहुल विदेश में पिछले 5 सालों से भारत के टाॅप बैटर हैं। उन्होंने अब तक तीन टेस्ट मैचों में टीम की अगुवाई की है, जिनमें 2 बार टीम को जीत मिली थी। अगर टीम मैनेजमेंट मजबूत खिलाड़ी चुनने पर ध्यान दे तो राहुल से बेहतर कप्तान कोई नहीं। उनकी कप्तानी कोहली और बुमराह जितनी अटैकिंग नहीं रहती, लेकिन वह रोहित जितने डिफेंसिव कैप्टन भी नहीं हैं। राहुल पर टेस्ट में दांव खेला जा सकता है।
ऋषभ पंत : पंत इस फाॅर्मेट में टीम के लिए कई मैच विनिंग पारियां खेल चुके हैं। सिडनी में भी मुश्किल पिच पर उनकी ही पारियों से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सम्मानजनक टारगेट दिया था। लेकिन उन्हें कप्तान बनाना थोड़ा रिस्की हो सकता है क्योंकि उनकी बैटिंग भी बहुत रिस्की होती है। हालांकि भारत अगर उन्हें कप्तान बनाए तो टीम को पाॅजिटिव रिजल्ट मिल सकते हैं। पंत पिछले 6 साल में दुनिया के बेस्ट विकेटकीपर बैटर बन चुके हैं।
शुभमन गिल : शुभमन भी कप्तानी की रेस में बने हुए हैं और वनडे और टी-20 फाॅर्मेट में टीम की कप्तानी कर चुके हैं। शुभमन 25 साल के हैं और लगभग इसी उम्र में विराट ने भी कप्तानी सम्भाल ली थी। अगर शुभमन अभी कप्तान नहीं भी बने तो टीम उन्हें उपकप्तान बनाकर आगे के लिए तैयार कर सकती है। पिछले 5 सालों में दुनियाभर की पिचें बैटिंग के लिए मुश्किल रहीं इसके बावजूद शुभमन ने बेहतरीन बैटिंग कर 5 शतक लगाए हैं। आगामी भविष्य के रूप में शुभमन भी अच्छे विकल्प हैं।
यशस्वी जायसवाल : यशस्वी फिलहाल बहुत युवा हैं। उनके पास अनुभव की कमी है और टीम में उनको सीनियर खिलाड़ियों के साथ सामंजस्य बनाने में दिक्कत आएगी। ऐसे में उन्हें टेस्ट टीम की कमान देना उचित नहीं है।
बुमराह : जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 2 टेस्ट में कप्तानी की। पर्थ में टीम को जीत मिली लेकिन सिडनी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया। मुकाबले की पहली पारी में ही बुमराह चोटिल हो गए थे। जिसके बाद वह मैच में दोबारा गेंदबाजी नहीं कर सके इस कारण भारत दूसरी पारी में दबाव भी नहीं बना सका। बुमराह हमेशा ही फिटनेस से जूझते रहते हैं। उन्हें लम्बी टेस्ट सीरीज के दौरान 1-2 मैच का रेस्ट देना भी जरूरी होता है। भारत में तो जीतने के लिए बुमराह का सभी मैच खेलना जरूरी भी नहीं है। इसलिए उन्हें परमानेंट कप्तान नहीं बनाया जा सकता।
गौरतलब है कि भारतीय टीम को अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करना है। इस मुश्किल दौरे से पहले बीसीसीआई को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कह दिया है। उन्होंने इसकी जानकारी बोर्ड को दे दी ऐसी स्थिति में भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड दौरा बहुत मुश्किल हो जाएगा। विराट कोहली से पहले रोहित शर्मा टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। इन दो दिग्गजों के जाने से भारतीय टीम अनुभवहीन हो जाएगी। ऐसे में कोहली के संन्यास के बाद क्या अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए टीम इंडिया का दरवाजा खुल सकता है। दोनों इंग्लैंड में भारतीय टीम को मिडिल ऑर्डर में बैटिंग को मजबूती दे सकते हैं।
रहाणे की वापसी हो सकती है
इंग्लैंड में मुश्किल विकेटों को देखते हुए जो सीम और स्विंग के लिए अनुकूल है। मौजूदा स्थिति पूर्व उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के लिए रास्ता खोल सकती है। 2021 में ऑस्ट्रेलिया में अपनी कप्तानी में रहाणे ने भारत को 2-1 से टेस्ट सीरीज जीत दिलाई थी। वह जुलाई 2023 से टीम इंडिया से बाहर हैं। हालांकि रहाणे का इंग्लैंड के खिलाफ रिकाॅर्ड बहुत अच्छा नहीं है। उन्होंने लाॅर्ड्स में सिर्फ एक शतक लगाया है। 2023 विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में उन्होंने 89 और 46 रन बनाए। इन सबके बावजूद टीम में उनकी मौजूदगी से टीम को मजबूती और अनुभव मिलेगा।
पुजारा के नाम पर होगा विचार
चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया में 2020-21 में भारत की टेस्ट सीरीज जीत के नायक रहे। पुजारा के नाम पर भी बीसीसीआई इंग्लैंड दौरे के लिए विचार कर सकती है। पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने 39.51 की औसत से 1778 रन बनाए हैं। पुजारा एक तकनीकी रूप से दक्ष बल्लेबाज हैं जो मिडिल ऑर्डर में भारतीय पारी को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। उनके पास टेस्ट का अथाह अनुभव है।
भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट शेड्यूल
पहला टेस्ट: 20 जून से 24 जून
दूसरा टेस्ट: 2 जुलाई से 6 जुलाई
तीसरा टेस्ट: 10 जुलाई से 14 जुलाई
चैथा टेस्ट: 23 जुलाई से 27 जुलाई
पांचवां टेस्ट: 31 जुलाई से 4 अगस्त
रोहित और धोनी से बेहतर कप्तान रहे कोहली
रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी भारत को आईसीसी ट्राॅफी दिलाने वाले कप्तान हैं। दूसरी ओर विराट कोहली हैं। वे कभी कप्तान के तौर पर यह टूर्नामेंट नहीं जीत सके। हालांकि, जब चर्चा टेस्ट क्रिकेट की होती है तो बतौर लीडर वे धोनी और रोहित दोनों से मीलों आगे नजर आते हैं।
घर में सभी 11 सीरीज जीतीं
धोनी और रोहित दोनों की कप्तानी में भारत को घर में टेस्ट सीरीज में हार झेलनी पड़ी। रोहित की कप्तानी में तो टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से क्लीन स्वीप भी झेलना पड़ा है। कोहली की कप्तानी में ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने भारत की जमीन पर 11 टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी की। भारत ने सभी 11 सीरीज अपने नाम कीं।
बकौल कप्तान कोहली ने लगाए सात दोहरे शतक
विराट कोहली ने वैसे तो हर कप्तान की मौजूदगी में अपना बेस्ट प्रदर्शन किया लेकिन जब वह खुद कप्तान बने तो टेस्ट बैटिंग की सारी कमियों को अचीवमेंट्स में बदल दिया।
कोहली ने अपनी कप्तानी में रिकाॅर्ड 7 दोहरे शतक लगाए। 2014 में इंग्लैंड दौरे पर कोहली बैट से कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन 2018 में उन्होंने इसे पलटा और सीरीज के टाॅप रन स्कोरर बने। आॅस्ट्रेलिया में तो वह हर बार ही रन बनाते हैं, उन्होंने साउथ अफ्रीका में भी सेंचुरी लगाकर बताया कि आईसीसी ने क्यों 2020 में उन्हें दशक का बेस्ट क्रिकेटर चुना था।
रोहित का टेस्ट करियर
रोहित शर्मा ने भारत के लिए 2013 में टेस्ट डेब्यू किया। वे 2021 के दौरान प्लेइंग-11 में अपनी जगह पक्की कर सके और 2022 में उन्हें कप्तानी भी मिल गई। भारत के लिए 67 टेस्ट में उन्होंने 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। टेस्ट में उनके नाम 12 शतक और 18 अर्धशतक हैं।
विराट का टेस्ट करियर
कोहली अब तक 123 टेस्ट में 9 हजार 230 रन बना चुके हैं। उन्होंने अपनी पारी में 30 शतक और 31 अर्धशतक भी लगाए हैं।