राजनीति और खेलों के बीच सम्बंध हमेशा से चर्चा का विषय रहे हैं। वर्ष 2008 के मुम्बई हमलों के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो पाई है। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के सम्बंध फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं। मीडिया और सोशल मीडिया पर यह मांग उठ रही है कि भारत को आईसीसी और एशिया कप जैसे टूर्नामेंटों में भी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए। अब यही स्थिति बांग्लादेश तक पहुंच गई है। बीसीसीआई को अगस्त में प्रस्तावित बांग्लादेश दौरे के लिए अब तक भारत सरकार से अनुमति नहीं मिल सकी है। यदि सरकार मंजूरी नहीं देती, तो यह न सिर्फ बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के लिए बड़ा झटका होगा, बल्कि एशियाई क्रिकेट के संतुलन पर भी गहरा प्रभाव डालेगा
यह सर्वविदित है कि भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक सम्बंधों का इतिहास क्षेत्रीय विवादों और कूटनीतिक प्रयासों का एक जटिल मिश्रण रहा है। वर्ष 1947 में ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद से ही दोनों देशों ने संघर्ष और सीमित सहयोग के दौर का अनुभव किया है। मौजूदा समय मैं तनाव काफी गहरा गया है। वहीं अब दूसरा पड़ोसी बांग्लादेश से भी भारत के सम्बंध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। इनका असर खेलों में पड़ने लगा है। असल में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम वर्तमान में इंग्लैंड के दौरे पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली रही है। इस दौरे के बाद उसे सीमित ओवरों की सीरीज के लिए बांग्लादेश के दौरे पर जाना है। जहां दोनों के बीच अगस्त में आईसीसी फ्यूचर टूर प्रोग्राम के तहत तीन वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली जानी है। यह सीरीज 17 अगस्त को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में शुरू होनी थी। लेकिन पिछले साल अगस्त में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आने से बीसीसीआई को अभी तक भारत सरकार से इस दौरे के लिए अनुमति नहीं मिल सकी है। ऐसे में सरकार टीम इंडिया को बांग्लादेश जाने की मंजूरी नहीं देती है तो यह सीरीज अधर में लटक सकती है।
गौरतलब है कि भारत को बांग्लादेश दौरे पर 17 अगस्त से तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने हैं, लेकिन पिछले साल हुए हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद से ही बांग्लादेश में उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है। हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए अत्याचार के कारण लगातार भारत में भी बांग्लादेश के खिलाफ माहौल बना हुआ है। हालांकि इसके बावजूद पिछले साल बांग्लादेश की टीम भारत दौरे पर आई थी, जबकि इस साल फरवरी में चैम्पियंस ट्राॅफी में भी दोनों टीमों की टक्कर हुई थी। मगर कुछ ही दिनों पहले बांग्लादेश सरकार के करीबी एक पूर्व सैन्य अधिकारी ने भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों पर कब्जा करने का बयान देकर तनाव को बढ़ा दिया था जिस पर भारत सरकार ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए इस दौरे की सम्भावना कम ही लग रही है। इस बीच बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की ओर से इस दौरे को लेकर बड़ी बात निकल कर सामने आ रही है।
बांग्लादेश ने क्या कहा?
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अमीनुल इस्लाम ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि ”बीसीसीआई के साथ हमारी सकारात्मक चर्चा चल रही है। यह अगस्त या सितम्बर में जैसा नहीं है हम इस बारे में चर्चा कर रहे हैं कि हम सीरीज कैसे आयोजित कर सकते हैं और अगर हम अभी इसकी मेजबानी नहीं कर सकते हैं तो हम इसे किसी अन्य सम्भावित समय पर आयोजित करेंगे।’’ अमीनुल ने कहा कि हालांकि भारत ने औपचारिक रूप से स्थगन का अनुरोध नहीं किया है, लेकिन यह दौरा सरकार की हरी झंडी पर निर्भर करता है।
रद्द हो सकता है बांग्लादेश दौरा
बांग्लादेश के लिए यह कहना दिलचस्प है कि वे एक नई विंडो की योजना बना रहे हैं। जबकि टीम इंडिया का जनवरी 2026 तक का कार्यक्रम काफी व्यस्त है। उसके ठीक बाद टी-20 विश्वकप 2026 और फिर
आईपीएल 2026 है। इसलिए यदि भारत का बांग्लादेश दौरा अगले महीने नहीं होता है तो बीसीबी को आईपीएल 2026 तक इंतजार करना पड़ सकता है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बांग्लादेश दौरा टीम इंडिया के कैलेंडर का हिस्सा जरूर है लेकिन इस पर अभी तक अंतिम फैसला नहीं हुआ है तो ऐसे में ये सम्भावना काफी प्रबल है कि मौजूदा हालातों को देखते हुए टीम इंडिया इस दौरे के लिए बांग्लादेश जाए ही नहीं।
बांग्लादेश में टी-20 सीरीज पहली बार खेलता भारत
भारत ने बांग्लादेश में कभी भी टी20 सीरीज नहीं खेली है। ये ऐसी पहली टी-20 सीरीज होती जब बांग्लादेश घरेलू मैदान पर भारत की द्विपक्षीय श्ृंखला की मेजबानी करता। दोनों टीमों के बीच टी-20 सीरीज 2024 में हुई थी लेकिन तब बांग्लादेश ने भारत का दौरा किया था और मेजबान टीम ने 3-0 से आसान जीत हासिल की थी।
भारत के पास था दशकों के सूखे को खत्म करने का मौका
टीम इंडिया बांग्लादेश में 2014 के बाद से कोई भी वनडे सीरीज नहीं खेली है। अब विराट कोहली और रोहित शर्मा की वापसी से भारत के पास जीत दर्ज करने और 11 साल के सूखे को खत्म करने का मौका था लेकिन अभी सीरीज पर सस्पेंस बना हुआ है। पिछली बार जब भारत ने बांग्लादेश में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली थी तो रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को 1-2 से सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था।
वापसी को तैयार हैं रोहित शर्मा और विराट
भारत ने 2014 के बाद से बांग्लादेश में एकदिवसीय सीरीज नहीं जीती है। रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों टी-20 और टेस्ट से संन्यास लेने के बाद एकदिवसीय में वापसी करने के लिए तैयार हैं। तीन मैचों की एकदिवसीय श्ृंखला 17 अगस्त को मीरपुर में शुरू होनी है लेकिन इस पर अभी दोनों देशों में सहमति नहीं बन पाई है।
भारी पड़ेगा भारत का बहिष्कार
भारतीय क्रिकेट टीम ने आखिरी बार 2008 में एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था। उसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय क्रिकेट श्ृंखला नहीं खेली गई है। दोनों टीमें केवल आईसीसी और एशिया कप जैसे बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेली हैं। 2008 के मुम्बई हमलों के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब से दोनों देशों के बीच राजनीतिक सम्बंध तनावपूर्ण रहे हैं, जिसके कारण द्विपक्षीय क्रिकेट श्ृंखलाएं नहीं हो पाई हैं।
वर्तमान में बीसीसीआई ने पहलगाम हमले के बाद आईसीसी से मांग की है कि उन्हें आईसीसी टूर्नामेंट में भी पाकिस्तान के साथ एक ग्रुप में ना रखा जाए। इससे दोनों के बीच क्रिकेट मैच और कम होने की सम्भावना बढ़ गई है। ऐसे में खेल समीक्षकों का कहना है कि भारत अगर पूरी तरह पाकिस्तान और बांग्लादेश का बहिष्कार कर दे तो ये झटका दोनों क्रिकेट बोर्ड बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट को इससे 220 करोड़ रुपए तक का नुकसान हो सकता है। भारतीय क्रिकेट टीम पहले ही पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलती। न ही आईसीसी टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का दौरा करती है। इसका ताजा उदाहरण इसी साल हुई आईसीसी चैम्पियंस ट्राॅफी 2025 का मेजबान पाकिस्तान था लेकिन भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले थे। यहां तक कि फाइनल भी दुबई में हुआ था। ये पहले से तय था कि अगर भारत फाइनल तक पहुंचती है तो दूसरी टीम चाहे पाकिस्तान ही क्यों ना हो फाइनल दुबई में ही होगा।
आईसीसी इवेंट में टीम इंडिया के साथ नहीं खेलने पर पाकिस्तान को प्रति टूर्नामेंट चक्र 168 करोड़ रुपए तक का नुकसान हो सकता है। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। वहीं टीम इंडिया के बहिष्कार को बांग्लादेश भी बर्दाश्त नहीं कर सकता। जब भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछली बार बांग्लादेश का दौरा किया था तो उन्होंने 80 करोड़ रुपए कमाए थे। अगर बांग्लादेश टीम भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेगी तो उसे हर सीरीज में 100 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
आईसीसी टूर्नामेंट में भारत बांग्लादेश के खिलाफ नहीं खेलेगा तो बांग्लादेश को 130 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है।
भारत के बांग्लादेश दौरे का कार्यक्रम
पहला वनडे – 17 अगस्त, मीरपुर
दूसरा वनडे – 20 अगस्त, मीरपुर
तीसरा वनडे – 23 अगस्त, चटगांव
टी20 सीरीज
पहला टी -20 : 26 अगस्त, चटगांव
दूसरा टी -20 : 29 अगस्त, मीरपुर
तीसरा टी -20 : 31 अगस्त, मीरपुर