पांच राज्यों के विधनसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं। नतीजा दो मई को आने वाला है। पक्ष यानी भाजपा और विपक्ष माने सभी गैर भाजपाई दलों में इन दिनों चर्चा केवल और केवल इन चुनाव नतीजों की चल रही है। मोदी सरकार में शामिल मंत्रियों का लेकिन ज्यादा फोकस यह जानने में है कि पीएम कब अपने मंत्रिमंडल में फेर-बदल करने वाले हैं और इस फेर-बदल में किसकी छुट्टी होनी तय है। जो मंत्री नहीं हैं वे संघ से लेकर हर उस दरवाजे में हाजिरी लगाने में लगे हैं जहां से कुछ जुगाड़ फिट हो सकें। वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में 56 सदस्य हैं। इनमें 24 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री एवं 24 राज्यमंत्री शामिल है। संवैधानिक व्यवस्था अनुसार लोकसभा के सदस्यों की संख्या के 15 प्रतिशत ही मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस समय लोकसभा के 545 सदस्य हैं। प्रधानमंत्री मोदी का कैबिनेट 81 सदस्यीय हो सकता है। यानी अभी 25 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री लेकिन ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गर्वनेन्स’ पर यकीं करते हैं। इसलिए माना जा रहा है कि मोदी जब कभी भी अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे तब परफाॅरमेंस के अनुसार कुछ मंत्री हटाए जरूर जाएंगे। हटाए गए मंत्रियों के स्थान पर ही नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। दिल्ली के सत्ता गलियारों में बड़ी चर्चा है कि बिहार से 5 भाजपाई मंत्रियों का कोटा कम होने जा रहा है ताकि जनता दल (यू) के दो सांसदों को केंद्र में मत्री बनाया जा सके। सबसे ज्यादा चर्चा बड़बोले कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह को हटाए जाने की है। कहा-सुना यह भी जा रहा है कि नित्यानंद राय की भी विदाई के पूरे आसार हैं। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश से मंत्री बनाए गए 10 सांसदों में से चार का हटना तय है। खबर गर्म है कि साध्वी निरंजन ज्योति, संजीव बालयान और महेंद्र नाथ पांडेय की विदाई के आसार ज्यादा हैं। हटाए जाने वाले संभावित मंत्रियों के साथ-साथ दिल्ली के सत्ता गलियारों में इन दिनों कैलाश विजयवर्गीय, शिव प्रताप शुक्ला, मेनका गांधी अथवा उनके सांसद पुत्र वरुण गांधी को मंत्री बनाए जाने की खबरें खासी तैर रही हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनावों को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर से सांसद महेश शर्मा का नाम भी चर्चा में है। चर्चा यह भी जोरों पर है कि यदि असम में सरकार की वापसी हुई तो सर्वानंद सोनेवाल को दिल्ली में मंत्री बनाया जाएगा ताकि प्रदेश सरकार की कमान हेमंत विश्वास शर्मा को सौंपी जा सके। पूर्व लोकसभा सदस्य पीए संगमा की बेटी अगाथा संगमा को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा गर्म है।
अब होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार
