राजनीति के मैदान में नौसिखियों की पार्टी कही जाने वाली ‘आप’ अपने उद्भव से ही नाना प्रकार के विवादों में घिरे रहने को अभिशप्त है। इसके विधायकों पर ऑफिस ऑफ प्रोफिट मामले की तलवार तो लटक ही रही है। मानहानि से लेकर आगजनी तक के मुकदमें इसके नेताओं पर चल रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि एक विधायक प्रमिला टोकस को दो साल तक की सजा होने के आसार हैं तो पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार में नंबर दो मनीष सिसौदिया के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत से गैर जमानती वारंट जारी हो चुके हैं। प्रमिला टोकस पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप अदालत तय कर चुकी है। केजरीवाल और सिसौदिया मानहानि के एक मुकदमे में अदालत से गैरहाजिर रहने के चलते वारंट के जरिए अब बुलाए गए हैं। दिल्ली सरकार में कानून मंत्री रह चुके आप विधायक सोमनाथ भारती पर भी दिल्ली की एक अदालत ने पत्नी संग घरेलू हिंसा के मामले में आरोप तय किए हैं। इन सब निगेटिव खबरों के बीच आप के बागी नेता कपिल मिश्रा का ट्वीटर पर बयान खासा चर्चा का विषय बन चुका है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस नेतृत्व के आगे लगभग समपर्ण कर चुके केजरीवाल से नाराज विधायकों ने कुछ दिन पूर्व उनकी पिटाई कर डाली। खबर हैं कि पार्टी असंतुष्ट नेता मिश्रा के बयान को इन दिनों हवा देने में जुटे हैं।