उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ इन दिनों चैतरफा दबाव में बताए जा रहे हैं। हिन्दुत्व के पोस्टर बाॅय बन देश की राजनीति में अपना दबदबा बनाने वाले योगी का बढ़ता कद लंबे अर्से से दिल्ली दरबार को खटकने लगा था। भाजपा आलाकमान योगी आदित्यनाथ से नाखुश है जैसी चर्चा लंबे अर्से से दिल्ली- लखनऊ के सत्ता गलियारों में चटखारे लेकर कही-सुनी जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुजरात में काम कर चुके पूर्व आईएएस एसके शर्मा को यकायक ही उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य बना पार्टी नेतृत्व ने इन चर्चाओं को खासी हवा देने का काम किया। कोरोना की दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश की बदत्तर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से जनता की भारी नाराजगी, पंचायत चुनावों में भाजपा का खराब प्रदर्शन और पार्टी सांसदों-विधायकों का तेजी से बढ़ रहा योगी विरोध पार्टी आलाकमान को सीएम के पर कतरने का मौका दे रहा है। ऐसे में खबर गर्म है कि जल्द ही राज्य भाजपा संगठन और योगी मंत्रिमंडल में कुछ बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। पिछले दिनों संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले संग भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठकी, सीएम का गत् सप्ताह राज्यपाल आनंदीबेन संग लंबी मुलाकात करना इन चर्चाओं की पुष्टि करता नजर आ रहा है। पार्टी सूत्रों की माने तो योगी मंत्रिमंडल में चार से पांच नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं, वहीं इतने ही मंत्रियों की विदाई भी हो सकती है। सबसे बड़ी चर्चा उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या को लेकर चल रही हैं जिन्हें एक बार फिर से पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के संकेत हैं। खबर यह भी गर्म है कि भाजपा आलाकमान सारी कयासबाजियों से इत्तर राज्य में कुछ बड़ा करने जा रहा है। योगी समर्थकों में इस ‘कुछ बड़े’ के चलते खासी बैचेनी के समाचार हैं।
योगी की बढ़ती मुसीबतें
