ग्यारह अक्टूबर के दिन महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने उपमुख्यमंत्री अजित पवार का पारा गर्म कर दिया। अब देश की आर्थिक राजधानी में अफवाहों का बाजार गर्म है। कहा-सुना जा रहा है कि अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मध्य इस बैठक में तीखी तकरार हुई। इतनी तीखी कि पवार कैबिनेट मीटिंग छोड़ बाहर आ गए। तकरार का असल कारण तो सामने नहीं आया है लेकिन सत्ता गलियारों में बड़ी कानाफूसी है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कैबिनेट के सामने कई नई जनकल्याणकारी योजनाएं रखी थी। शिंदे चाहते थे कि इन योजनाओं को तत्काल मंजूरी मिल सके ताकि चुनाव से पहले राज्य सरकार इनकी घोषणा कर सके। इन योजनाओं में एक योजना अजित पवार के गृहक्षेत्र बारामती से जुड़ी थी। जानकारों का दावा है कि अजित पवार के चाचा शरद पवार इस योजना को लागू कराना चाह रहे हैं और उन्होंने ही एकनाथ शिंदे पर इसे लागू करने का दबाव बनाया लेकिन अपने बागी भतीजे अजित को इसकी भनक तक नहीं लगने दी। कैबिनेट में इस योजना का प्रस्ताव देख अजित तमतमा गए और सीएम शिंदे पर बरस पड़े। शिंदे और पवार के मध्य खासी तकरार हुई जिसका नतीजा पवार का मीटिंग छोड़ देना रहा। चर्चा गर्म है कि अजित पवार की यह नाराजगी आने वाले दिनों में कोई बड़ा गुल खिला सकती है।