कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की है। थरूर ने मिस्त्री से अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया और चुनावी नियम के बारे में जानकारी ली। इस मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि थरूर ने चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। अब तक तीन नेताओं के नाम उभरकर सामने आने से तमाम कयासों के बीच अशोक गहलोत ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस बीच सोनिया गांधी ने भी साफ कर दिया है कि वह पार्टी के अगले अध्यक्ष के लिए आगामी चुनाव में किसी का पक्ष नहीं लेंगी। कहा जाता है कि उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से भी यही बात कही थी। ऐसे सवाल है कि एक तरफ पार्टी की आधा दर्जन प्रदेश इकाइयां राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे गहलोत, दिग्गज सिंह और जी-23 समूह के नेता शशि थरूर ने कई सारे कयासों को जन्म दे दिया है तो अब भारत जोड़ो यात्रा के दौरान केरल से राहुल गांधी के फेसबुक अकाउंट पर किया गया पोस्ट भी कई सारे संकेत दे रहा है। उनके इस पोस्ट को लेकर कहा जा रहा है कि आखिर कौन बनेगा पार्टी अध्यक्ष। दरअसल फेसबुक पर राहुल ने लिखा, जब नाव बीच मझधार में फंस जाए, तब पतवार अपने हाथ में लेनी ही पड़ती है। न रुकेंगे, न झुकेंगे, भारत जोड़ेंगे। अब इस पोस्ट को लिखने का मतलब निकले जा रहे हैं। एक तो यह कि वह मझधार में फंसी कांग्रेस को किनारे लेने के लिए पतवार हाथ में लेने की बात कर रहे हैं। या फिर उनका इशारा लोक सभा चुनावों की ओर है।