हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में होने हैं। इससे पहले हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने की टीस मन में संजोय और लंबे समय से पार्टी में अनदेखी से पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह आजकल भाजपा की नीतियों से नाराज चल रहे हैं। शायद इसी कारण वह खुले मंच से भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहते हैं। इसके साथ ही वे अपने कार्यक्रम में बीजेपी और जेजेपी के नेताओं के खिलाफ बोलने से भी परहेज नहीं करते हैं। हालांकि उनके बेटे विजेंद्र सिंह हिसार से बीजेपी सांसद हैं और उनकी पत्नी प्रेमलता भी भाजपा की पूर्व विधायक रह चुकी हैं। लेकिन, इन दिनों वीरेंद्र सिंह पार्टी से नाराज चल रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह राजनीति के आखिरी पड़ाव में एक बार फिर से सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि वीरेंद्र सिंह 2 अक्टूबर को जींद में मेरी आवाज सुनो सम्मेलन में कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं। दरअसल 2 अक्टूबर को जींद में होने वाले ‘मेरी आवाज सुनो’ सम्मेलन का निमंत्रण देने वे कैथल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गुहला, कैथल और कलायत विधानसभा क्षेत्र में अपने कार्यकर्ताओं से साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को कहा कि 2 अक्टूबर का दिन विशेष होने वाला है, क्योंकि उस दिन जींद की धरती से हरियाणा और देश की राजनीति को एक नई दिशा और दशा देने की नींव रखी जाएगी। उनके इस बयान के बाद कहा जा रहा है कि वीरेंद्र सिंह बीजेपी का साथ छोड़ नई पार्टी का भी एलान कर सकते हैं।
बीजेपी से बगावत करेंगे वीरेंद्र!
