पिछले साल जब से राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी है तब से सत्ता और संगठन से दूरी बनाकर चल रही वसुंधरा राजे से गत दिनों अचानक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उनसे मिलने पहुंचे। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच प्रदेश के कई सियासी मुद्दों पर बातचीत हुई। हालांकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मुलाकात को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आगामी दिनों में वसुंधरा राजे पार्टी की गतिविधियों में एक बार फिर सक्रिय दिखाई दे सकती हैं। वहीं सबसे ज्यादा इस बात की अटकलें हैं कि क्या वसुंधरा राजे से भजनलाल शर्मा रिश्ते सामान्य करना चाहते हैं? भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक 13 जुलाई को प्रस्तावित है जिसमें सभी जिलाध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारी और प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में सत्ता और संगठन के बीच की दूरियों को भी खत्म करने की कवायद की जाएगी। इस बीच मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे के बाद भाजपा सरकार और संगठन में सियासी हालात तेजी से बदल रहे हैं और कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल का भी पुनर्गठन कर सकते हैं। सबसे अहम मुद्दा आगामी दिनों में प्रदेश की पांच सीटों पर होने वाला उपचुनाव है जिसे लेकर दोनों नेताओं के बीच मंथन हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बीते कुछ समय से प्रदेश की भाजपा सरकार और संगठन से दूरी देखी जा रही थी, लेकिन विधानसभा के दूसरे सत्र के पहले दिन वसुंधरा विधानसभा पहुंची थीं। इसके बाद अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजे के बीच प्रदेश के आने वाले बजट, किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे के बाद बने सियासी हालात और संभावित मंत्रिमंडल विस्तार, प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों और पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई।