उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक कुख्यात, दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को एक ‘कथित एन्काउंटर’ में मार क्या गिराया भाजपा को घेरने की नीयत से उत्तर प्रदेश के राजनेता यकायक ही ब्राह्मण प्रेमी बन उभरने की दौड़ शुरू कर चुके हैं। ‘तिलक, तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार’ के नारे को गढ़ने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती इन दिनों अपनी खोई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए अब विकास दुबे के एन्काउंटर से उपजे कथित ब्राह्मण आक्रोश को हवा देने में जुट गई हैं। बसपा नेताओं ने वाट्सअप में ‘ब्राह्मण समाज के मित्र’ नाम से ग्रुप बना डाला है। मायावती ने ऐलान कर दिया है कि 2022 में यदि वे सत्ता में वापसी करती है तो भगवान परशुराम की विशाल मूर्ति बनवाएंगी। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ठीक ऐसे ही बयान के बाद यह घोषणा कर डाली। अखिलेश की पार्टी के नेता अभिषेक मिश्रा ने तो एक कदम आगे बढ़ ‘भगवान परशुराम चेतना पीठ’ बनाने की बात कह डाली है। प्रदेश में लुटी-पिटी कांग्रेस भी पीछे कैसे रहती। कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद ‘ब्राह्मण चेतना यात्रा’ निकालने जा रहे हैं। भाजपा का योगी विरोधी खेमा स्वीकारने लगा है कि योगी राज में ज्यादातर ‘एन्काउंटर’ ब्राह्मण अपराधियों के होने के चलते भाजपा का परमानेंट वोट बैंक नाराज है। कुल मिलाकर प्रदेश के नेता ब्राह्मण प्रेम में इन दिनों पगलाए नजर आ रहे हैं।