[gtranslate]

राजनीति में कुछ भी असम्भव नहीं है। भाई-भाई का और चाचा-भतीजे का सियासी दुश्मन बन जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। महाराष्ट्र में एक ओर जहां उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के मिलन की अटकलें हैं तो दूसरी तरफ शरद पवार और अजित पवार में सुलह की चर्चा जोरों पर है। पवार परिवार में शरद और अजित को एक करने की जबरदस्त फील्डिंग सजाई जाने लगी है। यह फील्डिंग खुद एनसीपी चीफ और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मां आशाताई की तरफ से सजाई जा रही है। असल में आशाताई ने अपने बेटे अजित और अपने देवर शरद पवार के फिर से एक होने की इच्छा जताई है। उन्होंने विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में परिवार को एक करने को लेकर कामना की है कि पवार परिवार के भीतर मतभेद जल्द से जल्द खत्म हो जाएं। बकौल आशाताई मुझे उम्मीद है कि पांडुरंग मेरी प्रार्थना जरूर सुनेंगे। ऐसे में महाराष्ट्र में फिर से बड़ा खेल होने की अटकलें लग रही हैं। इस सब के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बारामती में मंच साझा किया। दोनों के एक साथ आने से राजनीतिक हलकों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या पवार परिवार में कुछ बड़ा होने वाला है। यह सब तब हुआ है जब पिछले हफ्ते ही ये चर्चा थी कि देश के एक बड़े उद्योगपति की इच्छा है कि पवार फैमिली एक हो जाए। इसके साथ दो और सम्भावनाएं जताई जा रही थी कि सम्भव है कि सुप्रिया सुले केंद्र में मंत्री बने या फिर शरद गुट के आठ सांसदों में कुछ अजित की तरफ आ जाएं। बारामती में मंच पर जहां चाचा और भतीजे एक साथ बैठे तो वहीं इस दौरान सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार भी मंच पर ही थे। सुप्रिया सुले ने स्पष्ट किया कि वह किसी के भी प्रति दुर्भावना नहीं रखतीं हैं और वे सुनेत्रा पवार, पार्थ पवार और जय पवार के संपर्क में हैं। वह अजित पवार से भी बात करती हैं लेकिन अजित उनसे बात नहीं करते। सुप्रिया सुले ने कहा उन्हें नमस्कार भी करती हूं। वे उम्र और उपलब्धियों में मुझसे बड़े हैं इसलिए मैं उनका सम्मान करती हूं। इस दृश्य को सकारात्मक पहल के तौर पर देखा जा रहा। गौरतलब है कि साल 2023 में राज्य की राजनीति में तब बड़ा मोड़ आया जब अजित पवार समेत 40 विधायक शरद पवार का साथ छोड़कर महायुति में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव 2024 में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को हराया था, विधानसभा चुनावों में अजित पवार ने अपने भाई के बेटे युगेंद्र पवार को शिकस्त दी थी। एनसीपी के दो फाड़ होने के बाद बारामती में दो बार फैमिली फाइट हो चुकी है।  दी थी। एनसीपी के दो फाड़ होने के बाद बारामती में दो बार फैमिली फाइट हो चुकी है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD