पुलवामा की आतंकी घटना के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तानी इलाके में मौजूद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर भारतीय सेना का शौर्य तो सबने देखा, भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के सितारे भी इसके चलते जबर्दस्त चमक गए प्रतीत हो रहे हैं। मोदी के कट्टर विरोधी तक अपने सुर बदलते सुनाई देने लगे हैं। गुजरात के एक प्रतिष्ठित अखबार का मोदी संग पुराना बैर रहा है। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद इस अखबार ने अपने मुख्य पृष्ठ पर कार्टून छापा जिसका शीर्षक था ‘छप्पन इंच की कायरता’। फिर हुआ वायुसेना का आक्रमण। अखबार ने तुरंत सुर बदला और मुख्य पृष्ठ पर ही खबर छपी ‘छप्पन इंच की बहादुरी’। ठीक ऐसे ही एक आरएसएस से जुड़े विचारक ने भी अपने विचार मोदी-शाह की बाबत बदल डाले हैं। पिछले लंबे समय से इन दोनों नेताओं के घोर आलोचक रहे इन महाशय का अब दावा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दल चारां खाने चित्त होने तय हैं। जाहिर है पुलवामा से पहले जहां विपक्षी दलों के हौसले बुलंद थे। इस घटना के बाद भाजपा का ग्राफ बढ़ गया है। हालांकि राजनीति में कब क्या हो जाए, कहना कठिन है, हाल- फिलहाल विपक्षी दलों में कुछ हताशा का माहौल अवश्य है।
बदले-बदले सुर
