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राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 20 नवंबर को मध्य प्रदेश में प्रवेश करने वाली है। इसको लेकर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त उत्साह है। लेकिन इस उत्साह के बीच कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के मनोबल तोड़ने के लिए बीजेपी भी ऑपरेशन लोटस की तैयारी में है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राहुल की एंट्री के समय कांग्रेस को जोरदार झटका लगेगा। इस बात का आभास कांग्रेस को भी है। दरअसल, कुछ दिनों पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ यह कह चुके हैं कि जिन्हें जाना है, वह चले जाए। उन्हें वह अपनी गाड़ी से भिजवा देंगे। इन चर्चाओं को बल इसलिए भी मिल रहा है क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में 19 से अधिक कांग्रेसी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। कई विधायकों में नाराजगी की भी बात सामने आ रही है। गौरतलब है कि राहुल गांधी की यात्रा में एकजुटता दिखाने की कांग्रेस ने तैयारी की है। कांग्रेस ने सभी 95 विधायकों को निर्देश दिए हैं कि 20 नवंबर को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के महाराष्ट्र से एमपी में प्रवेश करने के समय बुरहानपुर के करेली गांव में मौजूद रहें। कांग्रेस एकजुटता दिखाते हुए राहुल का भव्य स्वागत करना चाहती है। राहुल गांधी की यात्रा मध्य प्रदेश के पांच जिलों से होकर गुजरेगी। कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले प्रदेश के विधानसभा चुनाव में यात्रा का प्रभाव मालवा निमाड़ की 66 सीटों पर पड़ेगा। इसलिए बीजेपी यात्रा को फ्लॉप करने की तैयारी में जुट गई है। इसी के मद्देनजर राजनीतिक पंडित मान रहे हैं कि कांग्रेस को बड़ा झटका देने के लिए कांग्रेस नेताओं को बीजेपी तोड़ सकती है। इसमें राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस की तरफ से क्रॉस वोटिंग करने वाले 19 विधायकों पर बीजेपी नजर गड़ाए है। पार्टी इन्हें अपने पाले में लाने में लगी है। दूसरा कांग्रेस विधायक सचिन बिरला शिवराज के साथ मंच साझा कर चुके हैं। कांग्रेस उनकी सदस्यता अभी तक समाप्त नहीं करा पाई है। अब बीजेपी आधिकारिक रूप से सचिन बिरला का कांग्रेस से इस्तीफा दिलाकर यात्रा को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा बीजेपी की नजर उन विधायकों पर है, जो आलाकमान से नाराज चल रहे हैं और जिन्हें पार्टी में मान-सम्मान नहीं मिल रहा है।

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