छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव अपने ही बयान को लेकर असमंजस में नजर आ रहे हैं। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने पर उनके अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही राजधानी रायपुर में दिए गए बयान में उन्होंने वर्तमान स्थिति को देखते हुए चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी लेकिन अब उन्होंने एक और बयान देते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। टीएस सिंह देव के इन दोनों बयानों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सिंहदेव की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना है। गत विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत बाद खासी चर्चा थी कि पहले ढाई बरस भूपेश बघेल सीएम तो बाद के ढाई साल सिंह देव गद्दी सभालेंगे, ऐसा लेकिन हुआ नहीं। सिंह देव ने बगावती तेवर दिखाए तो पार्टी आलाकमान ने उन्हें हाशिए में डाल दिया। अब हालात यह हैं कि बस्तर से लेकर कांग्रेस संगठन में ऐसे कई बड़े नेता हैं, जिन्होंने टीएस सिंह से दूरी बना ली है। यहां तक कि प्रशासन के बड़े अधिकारी भी उनके कार्यक्रमों से नदारद रहते हैं। इस वजह से सिंह ने वर्तमान स्थिति को देखते हुए चुनाव नहीं लड़ने का मन बनाया है लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि चुनाव नजदीक आने पर वे मैदान में उतर सकते हैं।
असमंजस में टीएस सिंह देव
