दिल्ली की करारी हार बाद गहन आत्म मंथन में जुटे भाजपा आलाकमान ने हाल-फिलहाल भाजपा शासित राज्यों के मुखियाओं को बदलने की कवायद ठंडे बस्ते में डाल दी है।
पार्टी सूत्रों का दावा है कि उत्तराखण्ड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और असम में भाजपा आलाकमान ग्राउंड रियलिटी का सर्वे करवाने के बाद ही कोई फैसला अब लेगा।
चर्चा जोरों पर है कि पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से सबसे बड़ी राहत उत्तराखण्ड के सीएम त्रिवेंद्र रावत को पहुंची है जिनकी सुस्त कार्यशैली के चलते सबसे पहले विदा किए जाने की अफवाहें पिछले कई समय से राजनीतिक गलियारों में तैर रही थी।
हालांकि, पार्टी सूत्रों का दावा है कि त्रिवेंद्र रावत को 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले हटाया जाना लगभग तय है।