प्रधानमंत्री मोदी ब्रांड मैनेजमेंट के उस्ताद हैं। वे खुद में एक बड़े ब्रांड बन चुके हैं। ऐसे में उनकी हर क्रिया बड़ी प्रतिक्रिया पैदा करने का काम करती है। पांच राज्यों के चुनाव नतीजों बाद पिछले हफ्ते 12 मार्च को उन्होंने अपने गृह राज्य गुजरात में बड़ा रोड शो किया। वे अहमदाबाद में आयोजित खेल महाकुंभ का उद्घाटन करने गुजरात गए थे। हवाई अड्डे से लेकर भाजपा के प्रदेश कार्यालय तक उन्होंने को शो किया। इस पूरी यात्रा के दौरान पीएम भगवा टोपी पहने नजर आए। पहले पीएम काली टोपी पहना करते थे। भाजपा के कई बड़े नेता भी काली टोपी पहन सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत करते रहे हैं। काली टोपी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पोशाक का हिस्सा है। उत्तर प्रदेश में आखिरी दो चरणों के चुनाव प्रचार के दौरान मोदी भगवा रंग की टोपी में दिखे थे। तभी से यह सवाल उठने लगा कि पीएम ने अपनी टोपी का रंग क्यों बदल डाला? इस प्रश्न का जवाब आसानी से मिलने वाला नहीं। ठीक वैसे ही जैसे प्रधानमंत्री की बढ़ी दाढ़ी और लंबे बालों का राज, राज ही रह गया है। जानकारों की मानें तो भाजपा इस वर्ष के अंत में प्रस्तावित हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों की तैयारियों में अभी से जुट गई है। खबर गर्म है कि इन दो राज्यों के चुनाव प्रचार में इस बार भगवा रंग की टोपियों का इस्तेमाल किया जाएगा जिसके लिए अभी से बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के लिए लाखों भगवा टोपियां बनाई जानी शुरू हो चुकी हैं।
संघ की टोपी पर भारी भगवा टोपी
