हेमेंत सोरेन सरकार अपना एक बरस का कार्यकाल इस माह पूरा करने जा रही है। 29 दिसंबर को राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के जरिए हेमेंत सोरेन अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखने जा रहे हैं। लेकिन खबर ज्यादा गर्म कांग्रेस संग उनके गठबंधन में बढ़ रहे तनाव की हैं।
सोरेन सरकार के कामकाज के चलते कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी बढ़ रही है। विधायकों का आरोप हे कि सरकार में शामिल उनके कोर्ट के मंत्री भी उनकी नहीं सुनते हैं तो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के मंत्री भला क्योंकर उन्हें लिफ्ट देंगे। सूत्रों की माने तो कांग्रेस आलाकमान ने विधायकों की नाराजगी समय रहते खत्म करने के उद्देश्य से केन्द्रीय प्रभारी आरपीएन सिंह को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। सिंह ने इसी के चलते पिछले दिनों सीएम हेमंत सोरेन संग पार्टी विधायकों की बैठक कराई। इस बैठक में कांग्रेस विधायकों ने बिजली के बिलों की जबरन वसूली के साथ-साथ जिला स्तर पर पंचायत चुनाव नहीं होने के चलते विकास कार्यों में आ रही अड़चन संबंधी बात भी सीएम के सामने रखी खबर है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन विधायकों की नाराजगी दूर करने के आदेश तत्काल प्रभाव से मुख्य सचिव को दे डाले हैं।