दिल्ली के सत्ता गलियारों में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा देश के नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को लेकर हो रही है। नित नए नाम सामने आने से सस्पेंस गहराता जा रहा है कि भाजपा आलाकमान किन दो चेहरों को इन महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों के लिए अपना उम्मीदवार बनाएगा। हालांकि तमाम नामों के बीच यह भी कहा-सुना जा रहा है कि पूर्व की भांति इस बार भी नाम अंतिम समय में ही सार्वजनिक किए जाएंगे और दोनों ही नाम चौंकाने वाले होंगे। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का नाम भी अंतिम समय में ही भाजपा ने घोषित कर सबको चौंका दिया था। तब जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही थी उनमें कोविंद का नाम शामिल ही नहीं था। इस बार भी चर्चा के केंद्र में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू और छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूइया उइके का नाम सबसे आगे है। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की बाबत भी कयास लगाए जा रहे हैं। दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों थावरचंद गहलोत और बंडारु दत्तात्रेय के नामों पर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा के एक विश्वसनीय सूत्र की मानें तो इन नामों पर चर्चा भले ही हो रही हो, असल में नाम इनमें से किसी का नहीं है। इस सूत्र का दावा है कि इस बार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति में से एक पद ऐसे वरिष्ठ भाजपा नेता को दिया जाना तय हो चुका है जो उत्तर भारत से हैं और वर्तमान में एक महत्वपूर्ण राज्य के राज्यपाल भी हैं।