झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन इन दिनों खासे चिंतित बताए जा रहे हैं। कारण है केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और इर्न्फोसमेंट डायरेक्ट्रेट का उन पर कसता शिकंजा। रांची के सत्ता गलियारों में खासी चर्चा है कि मुख्यमंत्री सोरेन और उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के खिलाफ इन दोनों एजेंसियों ने खासा मसाला तैयार कर लिया है जिसकी बिना पर शीघ्र ही ये एजेंसियां कोई बड़ा एक्शन ले सकती हैं। दरअसल सोरेन परिवार पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राज्य के लोकपाल समक्ष एक याचिका डाल गंभीर भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपति के आरोप गत् वर्ष लगाए थे। लोकपाल ने इस याचिका के आधार पर सीबीआई को प्रारंभिक जांच करने को कहा था। खबर गर्म है कि पिछले एक बरस से गहरी छानबीन में जुटी सीबीआई ने अब राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए राज्यसभा के सभापति की इजाजत लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ठीक इसी प्रकार सीएम हेमंत सोरेन पर मुकदमा दर्ज करने के लिए सीबीआई राज्य के गवर्नर से संपर्क करने वाली है। सोरेन समर्थकों का कहना है कि ऐसा सब कुछ भाजपा आलाकमान के इशारे पर राज्य सरकार को गिराने के लिए किया जा रहा है। हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने की खबरें इन दिनों लगातार सुनी जा रही हैं। राज्य सरकार में शामिल कांग्रेस के कई विधायक भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। बेचारे हेमंत सोरेन पहले से ही बलात्कार के आरोप में मुकदमा झेल रहे हैं। अब यदि केंद्रीय जांच एजेंसियां उन पर मुकदमा दर्ज करती हैं तो राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के परवान चढ़ने की पूरी संभावना राजनीतिक विश्लेषक देखने लगे हैं।