रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन के दूसरे दिन पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी काफी इमोशनल हो गईं। उनके भाषण का सीधा संदेश है कि पार्टी को अब नए नेतृत्व को संभालना है। वह अब राजनीतिक रूप से विदा ले रही हैं। उन्होंने राजनीति से संन्यास का इशारा करते हुए कहा कि वह खुश हैं कि उनकी राजनीति पारी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ खत्म हो रही है। अपने भाषण में उन्होंने यात्रा को पार्टी के लिए ‘एक महत्वपूर्ण मोड़’ बताया। सोनिया ने तीन दिवसीय मंथन सम्मेलन के दूसरे दिन 15 हजार प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा यात्रा ने साबित कर दिया है कि भारत के लोग सद्भाव, सहिष्णुता और समानता चाहते हैं। यह यात्रा महत्वपूर्ण मोड़ पर हुई है। यह आयोजन यात्रा के ठीक बाद रहा है। राहुल गांधी के नेतृत्व में आयोजित ‘भारत जोड़ो यात्रा’ तीन महीने तक चली। राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे कामयाब यात्रा बताया है। इस यात्रा के जरिए बीजेपी-आरएसएस के हिंदुत्व के एजेंडे के खिलाफ पार्टी संदेश देने में सफल रही। सोनिया के इस भाषण को लेकर राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही राजनीति से सन्यांस ले लेंगी।
सोनिया गांधी राजनीति से संन्यास
