उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों एक छह फुट के मरीज का आतंक बताया जा रहा है जो कभी भी इन अस्पतालों में अपना मुंह गमछे से छुपाए जा धमकता है। यह मरीज खुद का इलाज कराने के बहाने अस्पतालों का ‘हेल्थ चेकअप’ कर डालता है। जब इसकी छानबीन पूरी हो जाती है तब यह मरीज अस्पताल के कर्ताधर्ताओं को अपना परिचय दे सकते में डाल देता है। यह मरीज और कोई नहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक हैं जिनके पास स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य शिक्षा मंत्रालय का जिम्मा है। पाठक अब तक कई दफे अपने इस अनूठे अंदाज में राज्य सरकार के अस्पतालों का निरीक्षण कर चुके हैं। ऐसे कई अस्पतालों में चौतरफा व्याप्त बदइंतजामी से नाराज पाठक ने कई अस्पतालों के मुखिया को नोटिस दे डाला है। लखनऊ के सत्ता गलियारों से लेकर राज्यभर के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों उपमुख्यमंत्री महोदय की इस सक्रियता के किस्से कहे-सुने जा रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है कि पाठक के तेवरों से भयभीत स्वास्थ्य मंत्रालय इन दिनों अपने अधीन स्वास्थ्य सेवाओं को जी-जान से दुरुस्त करने में जुट गया है।