डायलॉग डिलीवरी के अनोखे अंदाज के चलते हिंदी फिल्मों में अपने लिए खास स्थान बनाने वाले बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा संग भाजपा नेतृत्व की नाराजगी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। अटल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सिन्हा को भाजपा के वर्तमान नेतृत्व द्वारा किनारे किए जाने बाद से ही उनके कोप का शिकार होना पड़ा है। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ खुलकर बोलने के चलते शत्रुघ्न को शायद ही इस बार भाजपा पटना लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाए। पार्टी की मुखालफत के चलते उन्हें बतौर सांसद और पूर्व मंत्री मिलने वाली सुविधाओं को भी लगातार कम किया जा रहा है। कुछ अर्सा पहले शहरी विकास मंत्रालय ने उनकी दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित गोल्फ क्लब की सदस्यता समाप्त कर डाली। अभी शत्रु इस सदमे से उबरे भी नहीं थे कि गत् सप्ताह पटना हवाई अड्डे में उन्हें मिल रही विशेष सुविधा को भी हटा लिया गया। पिछले काफी समय से उन्हें खराब स्वास्थ के चलते हवाई अड्डे के भीतर तक अपनी निजी कार में जाने और पुलिस जांच से छूट मिली थी। अब ये सब सुविधाएं रोक दी गई हैं। खबर है कि इस बीच शत्रुघ्न सिन्हा विपक्षी महागठबंधन में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। जल्द ही इस बात की औपचारिक घोषणा वे कर सकते हैं।
भाजपा के निशाने पर शॉटगन
