दिल्ली से लेकर भोपाल और लखनऊ के सत्ता गलियारों में इन दिनों सबसे ज्यादा गपशप मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिली फजीहत पर हो रही है। दोनों ही कद्दावर मुख्यमंत्रियों ने शायद सपने में भी सोचा न होगा कि उनके ही राज्य में उन्हें इस कदर अपमानित होना पड़ेगा। वह भी अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेता हाथों। हुआ यह कि पीएम मोदी गत् 15 नवंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोेपाल में एक रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने पहुंचे तो उनके साथ सीएम शिवराज भी मौजूद थे। शिवराज पीएम संग कुछ बतियाते हुए उनके साथ-साथ रेलवे स्टेशन पर चल रहे थे। इसके चलते पीएम मोदी मीडिया के कैमरे में सही तरीके से फिट नहीं बैठ पा रहे थे। फिर क्या था पीएम के एक सुरक्षाकर्मी ने मुख्यमंत्री चौहान को पीएम के बराबर में चलने से रोक डाला। शिवराज अपनी बात कह रहे थे लेकिन मोदी ने पीछे पलट यह जानने तक की कोशिश नहीं की कि भला शिवराज कहां छूट गए। दूसरी घटना 16 नवंबर की है। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री का स्वागत करने योगी आदित्यनाथ रनवे पर मौजूद थे। पीएम वायुसेना के जहाज से उतरे और अपनी गाड़ी में बैठ उद्घाटन स्थल की तरफ बढ़ गए। बेचारे योगी महाराज पैदल पीएम की गाड़ी के पीछे लगभग दौड़ते नजर आए। गोरखपुर की गोरख पीठ के पीठाधिश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री संग ऐसा व्यवहार शायद ही कभी किसी ने करने का साहस किया हो। खबर गर्म है कि शिवराज और योगी संग ऐसा व्यवहार इन दोनों को ही नहीं, बल्कि भाजपा के बड़े नेताओं को भी खासा अखरा है। संकट लेकिन यह है कि भला पीएम मोदी को टोके तो कौन? खबर यह भी है कि दोनों मुख्यमंत्री अपने इस अपमान से खासा व्यथित और सदमे में हैं।
सदमें में शिवराज और योगी
