त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं, चुनाव से पहले चर्चा थी कि यह चुनाव जहां भाजपा के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है वहीं त्रिपुरा प्रभारी व नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। सब जानते हैं कि वर्ष-2014 में पहली बार गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद महेश शर्मा को नागरिक उड्डयन, संस्कृति व पर्यटन जैसे तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों का मंत्री बनाया गया था। वर्ष 2019 में वे और भी अधिक मतों से चुनाव जीतने के बावजूद केंद्र में मंत्री बनने से वंचित रह गए थे। लेकिन उनकी सक्रियता से खुश होकर हाईकमान ने उन्हें त्रिपुरा के प्रभारी पद की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी जिसमें वे सफल भी हो गए। उनके प्रभारी बनने के बाद त्रिपुरा में भाजपा के सांगठनिक ढांचे में मजबूती भी आई और पार्टी को बंपर जीत भी हासिल हो गई। इस जीत के बाद अब सियासी गलियारों में कयास लगाए जाने लगे हैं कि जब भी मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा तब महेश शर्मा को उनकी कैबिनेट में जगह या किसी बड़े पद की जिम्मेदारी मिल सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि त्रिपुरा विधानसभा चुनावी नतीजे शर्मा के राजनीतिक भविष्य की नई इबारत लिखेंगे।