केंद्रीय मंत्रिमंडल में कहने को तो प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे वरिष्ठ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं। असल में नंबर दो पोजिशन पर गृहमंत्री शाह पहले दिन से ही काबिज हो चुके हैं। इसका स्पष्ट संकेत कैबिनेट कमेटियों के गठन के दौरान देखने को मिला। आठ कमेटियों में से राजनाथ सिंह केवल दो में शामिल किए गए, जबकि गृहमंत्री शाह सभी कमेटियों का हिस्सा रहे। सूत्रों की मानें तो राजनाथ सिंह की नाराजगी के बाद तत्काल इन कमेटियों में उनको शामिल भले ही कर लिया गया, असल सत्ता का केंद्र शाह ही हैं। इसका सबसे बड़ा संकेत शाह की अध्यक्षता में वित्त, विदेश, रेल, वाणिज्य और पेट्रोलियम मंत्रियों की बैठक का होना है। हालांकि शाह गृहमंत्री हैं, लेकिन इन मंत्रालयों के मंत्रियों संग उनकी बैठक से स्पष्ट हो गया कि मोदी के बाद वे ही पार्टी और सरकार में सर्वेसर्वा हैं।
शाह हैं असल नंबर दो
