अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए में सीटों के बंटवारों को लेकर बातचीत होना बाकी है। उससे पहले कांग्रेस ने 41 लोकसभा सीटों की समीक्षा की है। इसके अलावा मुंबई के छह निर्वाचन क्षेत्रों के साथ ही चंद्रपुर सीट की समीक्षा अलग-अलग की जाएगी। कांग्रेस के ताजा कदम ने महा विकास अघाड़ी गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारों को लेकर कड़ी सौदेबाजी के संकेत दिए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि वह अधिकतम निर्वाचन क्षेत्रों पर चुनाव लड़ना चाहेगी। इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) ने कहा था कि उसे उन सभी 19 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद है जो उसने 2019 के लोकसभा चुनावों में जीती थी। बीते हफ्ते एक बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पार्टी की उम्मीदों के बारे में बताते हुए कहा, कांग्रेस के पास सभी निर्वाचन क्षेत्रों में संगठनात्मक ताकत है। सीट बंटवारे पर एमवीए की बातचीत के दौरान सीट आवंटन पर चर्चा की जाएगी और उनका लक्ष्य भाजपा को हराना है। दरअसल 2019 में कांग्रेस ने एनसीपी के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था। तब कांग्रेस ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन केवल एक चंद्रपुर सीट ही जीत पाई थी। जबकि 23 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली एनसीपी ने चार सीटें जीती थी। उस समय संयुक्त शिवसेना भाजपा के साथ गठबंधन में थी और उसने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें 18 सीटें जीती थी। बीजेपी ने 25 सीटों पर लड़ाई लड़ी और 23 पर जीत हासिल की थी। हालांकि जून 2022 में शिवसेना में विभाजन के बाद उद्धव ठाकरे गुट के पास लोकसभा में सिर्फ 11 सांसद रह गए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि एमवीए गठबंधन में आगामी लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर सौदेबाजी किसी भी हद तक जा सकती है।
सीट बंटवारे पर सौदेबाजी
