अगले साल होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अभी से सक्रिय हो गई हैं। इस बीच एसडीपीआई राज्य समिति के सदस्य रियाज कदंबू ने 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में एक ओर जहां कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जरिए अपनी खोई हुई जमीन और कर्नाटक को फिर से हासिल करने की कोशिश कर रही है, उसके लिए एसडीपीआई सबसे बड़ा सिरदर्द बनते जा रहा है, जो तटीय कर्नाटक में कांग्रेस के मुस्लिम वोट बैंक पर कब्जा कर रहा है। जबकि एसडीपीआई ने इस क्षेत्र में कोई भी विधानसभा क्षेत्र नहीं जीता, हालांकि उनके वोट शेयर में वृद्धि देखी गई। 2013 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में, एसडीपीआई को 3.2 फीसदी का वोट शेयर मिला और 2018 के चुनाव तक वोट शेयर बढ़कर 10.5 फीसदी हो गया। एसडीपीआई ने दिसंबर 2021 में कर्नाटक के शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भी छह सीटें जीती थीं। ऐसे में चर्चा है कि इस बार भी एसडीपीआई कांग्रेस की राह में कांटे बिछाने की तैयारी में जुट गया है।
फिर कांग्रेस का सिरदर्द बनेगा एसडीपीआई
