राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इन दिनों खासे बेचैन और आक्रोशित बताए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो सचिन चुनाव से पहले ही राज्य का मुख्यमंत्री बनने की जिद ठाने हुए हैं। उन्हें पार्टी आलाकमान ने ऐसा ही आश्वासन तब दिया था जब डेढ़ वर्ष पूर्व उन्होंने अशोक गहलोत के खिलाफ खुली बगावत कर राजस्थान सरकार को गहरे संकट में डाल दिया था। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों राहुल गांधी की विदेश यात्रा से ठीक पहले सचिन ने उनसे लंबी मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। सचिन ने राहुल गांधी को उनका वायदा याद दिलाया तो राहुल ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की पेशकश करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी चुनाव लड़ेगी और सत्ता में वापसी यदि हुई तो उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इससे खासे नाराज हो उठ सचिन ने राहुल को दो टूक कह डाला कि ‘चमत्कार बार-बार नहीं होते।’ इस पर राहुल ने काउंटर प्रश्न कर दिया कि क्या भाजपा आपको सीएम बना देती? खबर गर्म है कि राहुल के इस प्रश्न पर सचिन भड़क उठे। उन्होंने कह दिया कि ‘यदि मुझे भाजपा में ही जाना होता तो आपके सामने न बैठा होता।’ जानकारों की मानें तो इसके बाद स्वयं सोनिया गांधी ने सचिन से बात कर उन्हें मनाया। अब देखना होगा कि पार्टी अशोक गहलोत को हटा सचिन की ताजपोशी करा पाती है या फिर निराश सचिन भाजपा की शरण में जाने को मजबूर हो जाते हैं।