2021 में राज्यसभा के कई सदस्य रिटायर होने जा रहे हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं में सांसद बनने का बैक डोर कहे जाने वाला रास्ता पकड़ने की होड़ मच चुकी है।
बिहार में सबसे ज्यादा मारामारी के समाचार हैं जहां से पांच सांसदों का टर्म इस वर्ष समाप्त होने जा रहा है। इनमें तीन सांसद जद(यू) तो दो भाजपा के हैं। वर्तमान विधानसभा की गणित इन दलों के केवल तीन सांसद ही बना सकती है।
जद (यू) नेता नीतीश कुमार के वफादार केसी त्यागी चौतरफा प्रयास राज्यसभा जाने के लिए कर रहे हैं, लेकिन समीकरण उनके खिलाफ हैं। जद (यू) पूरी संभावना है कि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश को दोबारा नामित करे। दूसरी तरफ राजद में भी दो सीटों के लिए घमासान शुरू हो चुका है।
लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती का टर्म इस वर्ष समाप्त हो रहा है। वे दोबारा टर्म के लिए प्रबल दावेदारी कर रही हैं, लेकिन लालू परिवार के भीतर ही उनका जबरदस्त विरोध शुरू हो चुका है।
लालू की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अपनी दावेदारी ठोक दी है, तो पार्टी भीतर लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप के समर्थक उन्हें राज्यसभा भेजने की वकालत कर रहे हैं। राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद और प्रेमचंद्र गुप्ता का नाम भी जमकर चल रहा है।