साउथ के दिग्गज सुपर स्टार रजनीकांत बहुत जोश.खरोश संग राजनीति के मैदान में उतरे थे। कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी पार्टी भाजपा संग मिलकर चुनाव लड़ेगी। फिर यह भी खबर सुनने को मिली कि भाजपा आलाकमान उन पर अपनी पार्टी संग विलय का दबाव बना रहा है। इस बीच रजनी खामोश रहे तो डीएमके ने भाजपा गठबंधन में मिलने का ऐलान कर डाला। अब एकाएक ही राजनीकांत ने घोषणा कर सबको हैरान कर डाला कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लेगी।
उन्होंने किसी अन्य दल को समर्थन भी इन चुनावों ना देने की बात कह डाली है। हालांकि जानकारों का दावा है कि रजनी तमिलनाडु में अकेले दम पर चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन किसी दबाव के चलते वे बैकफुट पर आ गए हैं। तमिल राजनीति में इस कथित दबाव को लेकर तरह.तरह की अफवाहों का बाजार गर्म है।