झारखण्ड में कांग्रेस गठबंधन की जीत और राजघाट में राहुल की ललकार ने भले ही कांग्रेसियों में जोश भरने का काम कर दिया है। लेकिन खबर है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व दोबारा संभालने के लिए राजी नहीं हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के एक बड़े नेता का कहना है कि सोनिया गांधी भी स्वास्थ्य कारणों के चलते जल्द से जल्द इस जिम्मेदारी से मुक्त होना चाह रही हैं। राहुल गांधी टीम सोनिया के कुछ दिग्गजों से खासे नाराज हैं। इन दिग्गजों के चलते कांग्रेस में बदलाव के प्रयास विफल हो गए। अब राहुल किसी भी कीमत पर सोनिया की टीम सहारे कांग्रेस को चलाने के लिए तैयार नहीं बताए जा रहे हैं। ऐसे में खबर है कि एक बार फिर किसी गांधी परिवार के विश्वस्त को कांग्रेस अध्यक्ष पद सौंपा जा सकता है।