कांग्रेस ने अपना नया अध्यक्ष चुनने को लेकर आगामी कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। इस घोषणा के बाद जिस प्रकार पार्टी के दिग्गज नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं उससे यह तय माना जा रहा है कि पार्टी के वही पुराने लेकिन नए खेवनहार एक बार फिर राहुल गांधी ही होंगे। दरअसल, नए अध्यक्ष के लिए 24 सितंबर से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया आरंभ होगी और एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को चुनाव होगा। कांग्रेस कार्य समिति ने चुनाव कार्यक्रम को ऐसे समय मंजूरी दी है जब हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालने की अपील की है। हालांकि इस मुद्दे पर अनिश्चितता बरकरार है। कुछ पार्टी नेताओं की मानें तो राहुल गांधी अपने इस रुख पर कायम हैं कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेंगे। सीनियर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता यह चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी को लीड करें। उनका मानना है कि राहुल को ही ग्रैंड ओल्ड पार्टी का प्रेसिडेंट बनना चाहिए। पार्टी कार्यकर्ताओं को भी लगता है कि राहुल गांधी को ही इस समय पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए। राहुल ही ऐसे अकेले नेता हैं जो पार्टी को आगे ले जा सकते हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में ‘नंबर एक’ और ‘एकमात्र’ पसंद बताया है। वहीं सीनियर नेता हरीश रावत का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना है कि राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालने के लिए मान जाना चाहिए। राहुल गांधी इकलौते ऐसे नेता हैं जो 2024 में विपक्ष को नेतृत्व दे सकते हैं। राहुल गांधी की बातों से हम सहमत होते हुए भी यह कहना चाहते हैं कि उन्हें ही अध्यक्ष बनना चाहिए। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी पार्टी की कमान संभाल रही हैं। आखिरकार अब जब पार्टी अध्यक्ष पद की चुनाव की घोषणा हुई है तो राहुल गांधी का इसके लिए चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। इसकी वजह साफ है कि खड़गे, खुर्शीद जैसे कई सीनियर नेता खुलेआम उनका समर्थन कर रहे हैं।
राहुल होंगे पार्टी के खेवनहार
