भले ही भाजपा का पूरा जोर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टटाइम राजनेता और फुलटाइम ‘पप्पू’ साबित करने में लगा रहता हो, अंतरराष्ट्रीय समुदाय में राहुल गांधी की छवि में निखार आने के समाचार हैं। जानकारों का दावा कि राहुल भारत की विदेश नीति को लेकर खासे सजग रहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मसलों में गहरी रूचि रखने वाले राहुल वर्तमान सरकार द्वारा विदेश नीति में किए जा रहे बदलावों पर अपनी पैनी नजर बनाए रखते हैं। विशेषकर राहुल का फोकस उन मुद्दों पर रहता है जो दशकों से चली आ रही भारत की गुट निरपेक्ष नीति का वर्तमान सरकार द्वारा पालन नहीं किए जाने से जुड़े हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी ने दिल्ली के जिमखाना क्लव में एक चाय पार्टी का आयोजन किया। इस चाय पार्टी में विदेशी राजनायिकों को आमंत्रित किया गया था। खबर है कि पूरे दो घंटे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर इन राजदूतों संग अपने विचार साझा किये। राहुल के करीबियों का दावा है कि विदेशी राजनयिकों ने राहुल गांधी के विचारों को गंभीरता से सुना, उनके साथ अपने विचार शेयर भी किये और जटिल अंतरराष्ट्रीय मामलों में राहुल की पकड़ के कायल भी हो गए।
अंतरराष्ट्रीय मसलों में गहरी रूचि रखने वाले राहुल वर्तमान सरकार द्वारा विदेश नीति में किए जा रहे बदलावों पर अपनी पैनी नजर बनाए रखते हैं। विशेषकर राहुल का फोकस उन मुद्दों पर रहता है जो दशकों से चली आ रही भारत की गुट निरपेक्ष नीति का वर्तमान सरकार द्वारा पालन नहीं किए जाने से जुड़े हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी ने दिल्ली के जिमखाना क्लव में एक चाय पार्टी का आयोजन किया। इस चाय पार्टी में विदेशी राजनायिकों को आमंत्रित किया गया था। खबर है कि पूरे दो घंटे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर इन राजदूतों संग अपने विचार साझा किये। राहुल के करीबियों का दावा है कि विदेशी राजनयिकों ने राहुल गांधी के विचारों को गंभीरता से सुना, उनके साथ अपने विचार शेयर भी किये और जटिल अंतरराष्ट्रीय मामलों में राहुल की पकड़ के कायल भी हो गए।