पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यपाल ने मान सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने और उनके पत्रों का जवाब न देने का आरोप लगाया है। इस बीच बनवारीलाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री मान को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि अगर उनके पत्रों का जवाब नहीं दिया तो वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखेंगे और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करेंगे। पुरोहित ने यह भी चेतावनी दी कि वह राज्य में संवैधानिक तंत्र की विफलता के लिए आपराधिक कार्यवाही शुरू करेंगे। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच चल रहे तनाव के बीच पुरोहित ने मान से पंजाब में कथित तौर पर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने से संबंधित उनके पत्रों का जवाब देने की मांग की है। पुरोहित ने पत्र में लिखा, मैं अगस्त महीने में ही कई पत्र आपको लिख चुका हूं। इन पत्रों के बावजूद, आपने अभी तक मेरे द्वारा मांगी गई जानकारी नहीं दी है। ऐसा प्रतीत होता है कि आप जानबूझकर मांगी गई जानकारी देने से इनकार कर रहे हैं। मुझे यह जानकर खेद है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 167 के स्पष्ट प्रावधानों के बावजूद जो मुख्यमंत्री के लिए राज्य के मामलों के प्रशासन से संबंधित ऐसी सभी जानकारी प्रस्तुत करना अनिवार्य है, लेकिन आप मेरे द्वारा मांगी गई जानकारी देने में विफल रहे। राज्यपाल द्वारा मांगी गई जानकारी न देना स्पष्ट रूप से उस संवैधानिक कर्तव्य का अपमान होगा जो अनुच्छेद 167 (बी) के तहत मुख्यमंत्री पर लगाया गया है। मुझे पंजाब में नशीली दवाओं की बड़े पैमाने पर उपलब्धता और दुरुपयोग के बारे में विभिन्न एजेंसियों से रिपोर्ट मिली है। यह दवाएं दुकानों में उपलब्ध है, एक नया चलन देखा गया है कि वे सरकार द्वारा नियंत्रित शराब की दुकानों में बेची जा रही हैं।