मध्य प्रदेश में चुनावी साल में दलबदल की राजनीति बड़े ही जोर-शोर से हो रही है। कभी सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस में सेंध लगा रही है तो कभी विपक्षी दल कांग्रेस सत्ताधारी दल में सेंध लगाने में लगी है। अब इस सेंध लगाने की प्रक्रिया में जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में शामिल राजनीति के संत कहे जाने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व ़ कैलाश जोशी के पुत्र व प्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस में जाने के संकेत दिए हैं। कहा जा रहा है कि वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। दरअसल, हाल ही में उन्होंने इशारों-इशारों में कांग्रेस में शामिल होने की बात कही। दीपक ने कहा कि जहां जो मुझे सम्मान देगा, वहां मैं रहूंगा। मीडिया द्वारा कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल पर दीपक ने कहा कि अभी मैं भाजपा में हूं,आगे वक्त बताएगा। आगे कब क्या करूंगा, इस पर बात करूंगा। उनके इस बयान के बाद चर्चा जोरों पर है कि दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि 2018 के चुनाव में दीपक जोशी को कांग्रेस उम्मीदवार मनोज चौधरी ने हरा दिया था। बाद में मनोज चौधरी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और 2020 में हुए उपचुनाव में चौधरी भाजपा से विधायक बन गए। इसके बाद दीपक जोशी उपेक्षित महसूस कर रहे थे। दो माह पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी अपना दर्द बयां किया था। अब टिकट को लेकर बागली में पुरानी बीजेपी और नए बीजेपी नेताओं के बीच खींचतान मची है।